लेखपाल की मनमानी से जनता त्रस्त, शासन प्रशासन के सख्त निर्देशों के बावजूद नहीं समझ रहे अपना उत्तरदायित्व

लेखपाल की मनमानी से जनता त्रस्त, शासन प्रशासन के सख्त निर्देशों के बावजूद नहीं समझ रहे अपना उत्तरदायित्व

रिपोर्ट- उदय प्रताप सिंह

मामला सुल्तानपुर जिले के बल्दीराय तहसील के लेखपाल नंदकिशोर से जुड़ा है।
आपको बताते चले कि लेखपाल नंदकिशोर, तहसील बल्दीराय के अंतर्गत आने वाली ग्राम सभा ढबिया  के लेखपाल है, स्थानीय लोगों की माने तो लेखपाल साहब अपने क्षेत्र में कम ही आते हैं और यदि कभी कभार आ  भी गए तो इनको अपने क्षेत्र की जनता से कोई मतलब नहीं रहता, यदि किसी को वरासत  करानी हो, या फिर आय, निवास जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बनवाना हो, अथवा किसी आवश्यक कागजात पर  रिपोर्ट लगवानी है तो आपको इसके लिए काफी जद्दोजहद  करना पड़ेगा। सूत्रों की माने तो यह अपने हल्के में जब आते हैं तो जनता का कार्य करने के बजाय, बागों में तौलिया बिछाकर  लेटकर सोते हुए देखे जा सकते हैं। लेखपाल साहब को सोने के दौरान कोई डिस्टर्ब नहीं कर सकता। यदि किसी ने डिस्टर्ब किया तो साहब बहुत नाराज होते हैं। ऐसा ही एक वीडियो बल्दीराय तहसील के ढबिया ग्राम सभा के लेखपाल नंदकिशोर का सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें साफ देखा जा सकता है कि नंदकिशोर तौलिया बिछाकर किसी बाग में लेटे हुए हैं। लेखपाल साहब को ऐसी स्थिति में देखने पर पता चलता है कि साहब ड्यूटी के दौरान या तो नशे में रहते हैं या फिर किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है। परंतु  लेखपाल साहब को यह नहीं पता है कि इतने महत्वपूर्ण पद पर होते हुए भी इस तरह का सोना अत्यंत शर्मनाक है, इससे सरकार, अधिकारियों की छवि धूमिल होने के साथ-साथ विभाग की भी छवि धूमिल हो रही है, तथा ईमानदार एवं कर्तव्य निष्ठ लेखपाल साथियों का मनोबल गिर रहा है। क्षेत्रीय जनता द्वारा लेखपाल नंदकिशोर पर यह भी आरोप लगाया गया कि लेखपाल साहब फोन करने पर फोन भी नहीं उठाते अब सरकार एवं संबंधित अधिकारी ही बताएं की जनता जाए तो किसके पास जाए।
ऐसे लापरवाह लेखपाल पर कार्यवाही कब होगी।