अजितनाथ भगवान के मोक्ष कल्याणक पर प्रतिमा का गर्म प्रासुक जल से अभिषेक व चढाए निर्वाण लाडु
••बच्चों द्वारा प्रस्तुत धार्मिक नाटिका व भजनों पर झूमे श्रद्धालु
संवाददाता आशीष चंद्रमौलि
बडौत।आचार्य श्री वसुनंदी महाराज के सुशिष्य मुनिश्री शुभानंद व मुनिश्री ध्रुवानंद महाराज के सानिध्य मे नगर के श्री अजितनाथ दिगंबर जैन मन्दिर में जैन धर्म के दूसरे तीर्थकर भगवान अजितनाथ का मोक्ष कल्याणक महोत्सव धूम धाम से मनाया गया।
इस दौरान सोधर्म इंद्र राजेश जैन के नेतृत्व मे 100 से अधिक इंद्रगणों ने अजितनाथ भगवान की प्रतिमा का गर्म प्रासुक जल से अभिषेक किया। शांति धारा का सौभाग्य सोधर्म इंद्र राजेश जैन के साथ राजकुमार जैन, सौरभ जैन ,दिनेश जैन, सचिन जैन, राकेश जैन, मुकेश जैन,आदि को प्राप्त हुआ। इसके बाद सभी ने अष्ट द्रव्यों से अजितनाथ भगवान का पूजन किया और भगवान के चरणों में निर्वाण लाडु समर्पित किया। प्रथम लाडु राजेश जैन, दूसरा लाडु श्री स्याद्वाद महिला संगठन, मंडी ने और तीसरा लाडु श्री अजितनाथ पाठशाला की शिक्षिकाओं ने चढ़ाया।इस अवसर पर वरदान जैन और शुभम् जैन ने सुंदर भजनों से सबको भक्तिमय कर दिया। जैन श्रद्धालुओ ने भक्ति भाव से अजितनाथ विधान की पूजन की और मांडले पर 108 अर्घ्य समर्पित किये।
विधान के मध्य मंगल प्रवचन में मुनि श्री शुभानंद जी महाराज ने कहा कि, जहाँ पर धर्म होता है, वहीं लक्ष्मी का वास होता है, वहीं परस्पर प्रेम भाव होता है। आज व्यक्ति धर्म को ना अपनाकर लक्ष्मी के पीछे भाग रहा है, लेकिन उसे यह नहींं पता कि ,जहां धर्म नही होता, वहाँ लक्ष्मी भी निवास नहीं करती।इसलिए जिनेंद्र भगवान की भक्ति करते हुए देव शास्त्र गुरु में अपनी आस्था रखो, तभी मानव जीवन सार्थक है।
मुनिवर के पाद प्रक्षालन का सौभाग्य राजकुमार जैन को और दीप प्रज्वलन का सौभाग्य सुभाष जैन और अशोक जैन को प्राप्त हुआ।शाम को मन्दिर जी मे आरती के साथ ही श्री अजितनाथ पाठशाला के बच्चों द्वारा धार्मिक नाटिका की प्रस्तुति दी गयी। पुरस्कार वितरण विमर्श जागृति मंच द्वारा किया गया।कार्यक्रम मे डिंपल जैन, रश्मि जैन, नीतू जैन, अर्चना जैन, इंद्राणी जैन,विवेक जैन,ऋषभ जैन, अमित जैन, संकल्प जैन,अनुज जैन,नरेंद्र जैन, विकास जैन,हंस कुमार जैन आदि उपस्थित थे।