यज्ञीय जीवन के संकल्प के साथ ही श्रीमद्भागवत कथा सम्पन्न

यज्ञीय जीवन के संकल्प के साथ ही श्रीमद्भागवत कथा सम्पन्न

संवाददाता मनोज कलीना

बिनौली | गांव के शिव मंदिर में चल रही भागवत कथा  का सोमवार को यज्ञ के साथ समापन हो गया। इस अवसर पर भंडारे का भी आयोजन हुआ। 

कथा वाचक आ राधारमन महाराज के निर्देशन में श्रद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आहुति देकर राष्ट्र कल्याण की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ,भागवत कथा के श्रवण करने से ही मानव कल्याण संभव है। यह भगवान का वांग्मय स्वरूप है ,जो जन्म जन्मांतर के पुण्य उदय होने पर प्राप्त होता है। 

उन्होंने कहा कि समाज में हर मनुष्य को परोपकार की राह पर चलकर हमेशा अच्छे कर्म करने चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण ने कर्म को ही प्रधानता दी। बिना किए हमें कुछ भी प्राप्त नहीं होता है। अच्छे कार्यों का प्रतिफल हृदय को आनंदित करता है। बुरे आचरण करने पर दुष्परिणाम ही सामने आते हैं। भागवत कथा सुनने से ही जीवन का कल्याण है। 

कथा के समापन पर आयोजित भंडारे में ग्राम प्रधान रेनू धामा, उपेंद्र प्रधान, गगन धामा, महेश धामा, सुरेश शर्मा, राजीव गोस्वामी, डॉ. देवदत्त शर्मा, लीलू चौहान, नकुल शर्मा, सौराज धामा, कुलवीर धामा,अशोक धामा, विनीत धामा, अजीत धामा, अनिल मेम्बर, पीयूष जैन आदि मौजूद रहे।