जिला चिकित्सालय में हुआ विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का शुभारम्भ।
चित्रकूट: जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन ने गुरूवार को संयुक्त जिला चिकित्सालय में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि मानसिक रोग की बीमारी एक महत्वपूर्ण विषय है। जिसे गंभीरता से लेना चाहिए। मानसिक रोग सभी वर्गों के आयु के लोगों को होता है। मानसिक तनाव होना कोई बडी बात नहीं है। आजकल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, मोबाइल आदि का संचालन हो रहा है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। हमारे संस्कार के लिए धर्म का एक रास्ता खुला रहता है। चित्रकूट भगवान श्री राम की तपोस्थली है। यहां पर संत महात्माओं से हम सब लोग अच्छे संस्कार सीखते हैं। हमारा धर्म व संस्कार बहुत महत्वपूर्ण है। बच्चों में बहुत कंपटीशन हो गया है। बच्चे कोटा आदि जगहों पर पढने जाते हैं, जो मानसिक रूप से हैंडल नहीं कर पाते हैं, उनके अभिभावकों को हम आपको जागरूक करना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों पर महिलाओं, पुरुषों को अंधविश्वास से ऊपर उठाना होगा जो लोग भूत प्रेत मानते हैं उन्हें जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंने बुजुर्गों से कहा कि आप लोगों के पास जब कोई नहीं रह जाता है तो मानसिक रूप से आप ग्रसित हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के कार्यक्रम काॅलिजों में छात्र-छात्राओं के मध्य कराया जाए ताकि लोग जागरुक हो। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से कहा कि इस तरह के कार्यक्रम कराते रहे। साथ ही नुक्कड नाटक के माध्यम से जो गांव के लोग अंधविश्वास में हैं, उनको जागरूक करना बहुत जरूरी है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी ने कहा कि मानसिक रोग के बारे में सरकार काफी गंभीर है। मानसिक रोग से काफी लोग ग्रसित भी हैं। मानसिक रोग का इलाज अवश्य करें। उन्होंने कहा कि खुश रहने की जरूरत है। मन को अशांत न रखें। सभी हमारे शासकीय चिकित्सालयों में मानसिक रोग का इलाज हो रहा है। अधीक्षक संयुक्त जिला चिकित्सालय डॉ शैलेंद्र कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय मानसिकता कार्यक्रम के अंतर्गत विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जा रहा है। मनोचिकित्सक डॉ नरेंद्र पटेल ने कहा कि विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पूरे विश्व में मनाया जा रहा है। कहा कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए जो सेवाएं दी जा रही है, उसका आप सभी लोग लाभ लें। मरीजों को अपनी बीमारी को छुपाना नहीं चाहिए। उन्होंने मानसिक रोग के सामान्य लक्षण आदि से भी लोगों को अवगत कराया।
इसके बाद जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्साधिकारी ने बचपन डे केयर सेंटर के बच्चों को गिफ्ट तथा बुजुर्गों को मिष्ठान व फल वितरण किया। इसके पूर्व बचपन डे केयर सेंटर के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। इसके पूर्व जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया।
इस मौके पर चिकित्सक डॉ वंदना श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।