जिलाधिकारी ने ली जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक।
चित्रकूट: जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन की अध्यक्षता में गुरूवार को जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक कलेक्टरेट सभागार में हुई।
जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना, डब्ल्यू हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन, गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन एवं प्रसव, उच्च जोखिम गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन एवं उपचार, प्रसव लाभार्थियों के भुगतान, चाईल्ड रजिस्ट्रेशन, विशेष टीकाकरण, यूपी हेल्थ डेस्क बोर्ड, मंत्रा एप्स, मातृ मृत्यु, प्रधानमंत्री मातृ बंदना योजना, ई संजीवनी, कार्यरत आशाओं की स्तिथि, आशा भुगतान, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन, राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ निवारण कार्यक्रम, राष्ट्रीय वेक्टर वार्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम,आदि बिन्दुओं पर समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी से कहा कि बैठक में बैम रामनगर अनुपस्थित है। इनके खिलाफ सख््त कार्यवाही करें। साथ ही उप केन्द्र अमानपुर में एएनएम जो तैनात है, उसके द्वारा सही कार्य न किए जाने पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हैं। प्रभारी चिकित्साधिकारी शिवरामपुर से कहा कि इसके खिलाफ रिपोर्ट बनाकर बर्खास्त करने की कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने कायाकल्प अवॉर्ड स्कीम की चेक लिस्ट बनाकर कराया जाए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा कि जो शासन द्वारा विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए विभिन्न मदों पर धनराशि उपलब्ध कराई गई है, उसका व्यय शासन की गाइडलाइन के अनुसार कराया जाए। प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक सप्ताह शुक्रवार को गांव में चैपाल लगाई जाती है, जहां पर स्वास्थ्य शिविर लगाकर गांव के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराया जाए। उन्होंने आयुष्मान कार्ड के अंतर्गत कितने मरीजों का इलाज किया गया है, उसकी सूचना दें। उन्होंने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान के विषय पर सफल आयोजन के लिए अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाया जाए। उन्होंने प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि आशा चयन में जो ग्राम प्रधान सहयोग न करें, उनकी सूचना जिला पंचायत राज अधिकारी को उपलब्ध कराए ताकि उन ग्राम प्रधानों के खिलाफ कार्यवाही कराई जा सके। सभी सामुदायिक तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर रैन वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य कराया जाए। एसएनसीयू में माह अप्रैल से अगस्त तक मृत बच्चों के आडिट का कार्य करें कि किस कमी के कारण बच्चों की मृत्यु हुई है ताकि उसको दूर कराया जा सके। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि चित्रकूट आकांक्षी जनपद है। एएनएम के पदों को भरने के लिए शासन को पत्र भेजा जाए। गर्भवती महिलाओं के पंजीकृत सूची के आधार पर संस्थागत प्रसव कितनी महिलाओं की की गई है, उसकी भी सूचना उपलब्ध कराए। जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत लाभार्थियों का समय से भुगतान कराया जाए।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी, चिकित्सा अधीक्षक डॉ शैलेंद्र कुमार, अधीक्षक एमसीएच विंग खोह डॉ ओपी भास्कर, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एमके जतारिया, चिकित्सक डॉ बंदना श्रीवास्तव, जिला पंचायत राज अधिकारी इंद्र नारायण सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास पीडी विश्वकर्मा, जिला मलेरिया मलेरिया अधिकारी लाल साहब आदि मौजूद रहे।