जल जीवन मिशन: चित्रकूट में पेयजल परियोजनाओं की समीक्षा, दिसंबर तक पूरा होगा काम।
चित्रकूट। जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन ने गुरुवार को जल जीवन मिशन के अंतर्गत जनपद में निर्माणाधीन तीन प्रमुख पेयजल योजनाओं की समीक्षा की। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित इस बैठक में सिलौटा मुस्तकिल, चांदी बांगर और रैपुरा ग्राम समूह पेयजल परियोजनाओं के प्रगति कार्यों का विस्तार से जायजा लिया गया।
प्राथमिकता पर सड़कों की मरम्मत और जल आपूर्ति
जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता जल निगम (ग्रामीण) को निर्देश दिया कि परियोजनाओं के तहत तोड़ी गई सड़कों की मरम्मत हर हाल में दिसंबर तक पूरी की जाए। जहां सड़कों की गुणवत्ता खराब हो, वहां दोबारा निर्माण सुनिश्चित करने को कहा गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि सड़क मरम्मत से संबंधित कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए।
सिलौटा मुस्तकिल योजना के तहत सभी ओवरहेड टैंक (ओएचटी) के फिनिशिंग कार्य शीघ्र पूरा करने और परियोजना को दिसंबर 2024 तक पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में जलापूर्ति नियमित और समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
ग्रामीण स्तर पर जागरूकता अभियान
जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि ग्राम पंचायत स्तर पर गठित जल और स्वच्छता समिति (वीडब्ल्यूएससी) के सदस्यों के लिए विकासखंड स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन किया जाए। इन कार्यशालाओं में जलापूर्ति की निगरानी और पानी की गुणवत्ता के क्रॉस वेरिफिकेशन की जानकारी दी जाएगी।
अधिशासी अभियंता जल निगम को निर्देशित किया गया कि फील्ड में जाकर जागरूकता अभियान चलाया जाए। आईएसए और आईईसी गतिविधियों के माध्यम से जल जीवन मिशन के उद्देश्यों का प्रचार-प्रसार किया जाए।
बैठक में प्रमुख अधिकारी उपस्थित
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, जल निगम के अधिशासी अभियंता आशीष कुमार भारती, सेन्सिस टेक लिमिटेड के डिप्टी टीम लीडर, एलएंडटी के प्रोजेक्ट मैनेजर रोहित सहाय और जीवीपीआर के डीपीएम एस मौर्या सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
समाज को मिलेगा स्वच्छ जल
जल जीवन मिशन के तहत यह परियोजनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने में मील का पत्थर साबित होंगी। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि समय पर कार्य पूर्ण कर जनसुविधा के इस महत्वाकांक्षी मिशन को सफल बनाया जाएगा।