लुई ब्रेल महोत्सव: दृष्टिबाधित कन्याओं को आत्मनिर्भरता की नई राह।
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चित्रकूट ब्यूरो: जिला मुख्यालय स्थित दृष्टि संस्था में शुक्रवार को 18वें लुई ब्रेल महोत्सव-2025 के अंतर्गत दो दिवसीय कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव और नगर पालिका अध्यक्ष नरेन्द्र गुप्ता ने प्रतियोगी ध्वज फहराकर किया। इस अवसर पर दृष्टिबाधित कन्याओं के आत्मनिर्भरता की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को सराहा गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने कहा कि दृष्टि संस्था समाज में एक प्रेरणास्रोत बनकर उभरी है। नगर पालिका अध्यक्ष नरेन्द्र गुप्ता ने संस्था के प्रयासों को अद्वितीय बताते हुए कहा कि दृष्टिबाधित कन्याओं को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाना एक सराहनीय पहल है, जो जनपद के लिए गर्व की बात है।
जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव ने कहा, "दृष्टि संस्था ने दृष्टिबाधित बालिकाओं की छिपी प्रतिभाओं को उभारकर उन्हें समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाया है। यहां की बालिकाएं सरकारी नौकरियों, राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं और संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दे रही हैं।"
जिला दिव्यांग जन सशक्तिकरण अधिकारी प्रियंका ने लुई ब्रेल के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनके आविष्कार ने दृष्टिबाधितों के जीवन को नई दिशा दी। उन्होंने संस्था के प्रयासों और सरकार की योजनाओं के समन्वय को सराहा।
संस्था के महासचिव शंकरलाल गुप्ता ने बताया कि लुई ब्रेल की जयंती और संस्था के 30 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा, "संस्था ने 30 वर्षों में हजारों बालिकाओं के चहुंमुखी विकास और सशक्तिकरण के लिए कार्य किया है। गांवों में भी दृष्टिबाधितों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने का प्रयास किया जा रहा है।"
कार्यक्रम में ब्रेल लेखन-पाठन, भाषण, सामान्य ज्ञान क्विज, शास्त्रीय और लोक संगीत प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। बालिकाओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर दर्शकों का मन मोहा।
इस अवसर पर वर्षा गुप्ता, अनीता सिंह, विमला गुप्ता, साधना गुप्ता, शहरोज फातिमा, पीडी गुप्ता, अजय मिश्र (एआईसीबी दिल्ली), डॉ. एसपी त्रिपाठी, और अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन सचिव बलबीर सिंह और शिक्षिका अरुणा ईस्सीकीमुथु ने किया। कार्यक्रम ने समाज में दृष्टिबाधित बालिकाओं की क्षमता और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहन देने का संदेश दिया।