विद्या भारती विद्यालयों में भारतीय संस्कृति पर आधारित शिक्षा से सर्वांगीण विकास की दिशा में कदम
बैजनाथ भारद्वाज सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित अभिभावक गोष्ठी में शिक्षण प्रणाली पर चर्चा
चित्रकूट: बैजनाथ भारद्वाज सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, बेड़ी पुलिया में रविवार को एक महत्वपूर्ण अभिभावक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों के अभिभावकों को बुलाया गया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य राघवेन्द्र पाण्डेय ने विद्यालय के उद्देश्यों और शिक्षण प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी।
प्रधानाचार्य ने विद्या भारती की पंच पदीय शिक्षण प्रणाली की महत्ता पर जोर दिया, जिसमें शारीरिक, प्राणिक, अध्यात्मिक और सामाजिक पहलुओं को ध्यान में रखते हुए भारतीय संस्कृति पर आधारित शिक्षा दी जाती है। उन्होंने बताया कि विद्या भारती दुनिया का सबसे बड़ा शैक्षिक संगठन है, जिसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करना है।
पाण्डेय ने अभिभावकों से अनुरोध किया कि वे अपने बच्चों के साथ अधिक समय बिताएं और उनमें आत्मविश्वास बढ़ाएं, खासकर आगामी बोर्ड परीक्षा को देखते हुए। इस दौरान विद्यालय के प्रबंधक श्यामसुंदर मिश्र ने अभिभावकों से विद्यालय के प्रयासों में सहयोग करने की अपील की और यह सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया कि विद्यालय के शिक्षक विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के अध्यक्ष कमलकांत, कोषाध्यक्ष जगदीश, वरिष्ठ आचार्य प्रमोद, दादू राम, सुधाकर, रविन्द्र सहित अन्य अधिकारी और शिक्षक भी उपस्थित थे। बैठक के अध्यक्ष अमरनाथ ने विद्यालय के विद्यार्थियों में अनुशासन को सराहा और कहा कि अनुशासन ही देश की महानता का कारण है।
इस गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य विद्यालय की शैक्षिक दिशा को स्पष्ट करना और अभिभावकों को अपने बच्चों के विकास में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करना था।