श्रीरामचरित मानस को लेकर छिड़ी बहस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव शनिवार को बैकफुट पर नजर आए। उन्होंने कहा समाजवादी पार्टी भगवान विष्णु के सभी अवतारों को मानती है, लेकिन विपक्ष से कोई सवाल उठा है तो उसका जवाब मुख्यमंत्री को देना चाहिए। वे शनिवार को घिरोर में आयोजित एक शादी समारोह में शामिल होने आए थे।
उन्होंने कहा कि ये लड़ाई आज की नहीं बल्कि पांच हजार साल पुरानी है। भाजपा को इतिहास के पन्नों को एक बार फिर पलटकर देखना चाहिए और उसका जवाब देना चाहिए। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सपा सभी धर्मों और उनके भगवानों का सम्मान करती है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि महाभारत में कई जगह शूद्र शब्द के कारण ही योद्घाओं को सम्मान नहीं मिला। इसलिए इस पर विचार जरूरी है। उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्री कम से कम मैनपुरी को पर्यटन के क्षेत्र में पहचान दिलाने के लिए काम करें। उन्होंने समान पक्षी विहार को विकसित करने की भी बात कही।
महंगाई पर भी सपा प्रमुख ने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि गेहूं, दूध समेत अन्य सभी खाद्य वस्तुओं पर दाम बढ़ गए हैं। लेकिन इसका लाभ किसान की जेब में नहीं जा रहा है। उन्होंने सरकार के आम बजट को पूरी तरह फ्लॉब बताते हुए विदाई का बजट बताया। उन्होंने कहा कि मैनुपरी लोकसभा उप चुनाव की तरह ही आगामी चुनाव में सपा के लोग घर-घर जाएंगे। वे सपा की नीतियां और भाजपा की नाकामियों को गिनाने का काम करेंगे। इससे सपा को जीत मिलेगी।
अडानी के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार को जनता के पैसे और हितों की रक्षा करनी ही चाहिए। इसलिए सोच समझकर किसी उद्योगपति पर पैसा लगाना चाहिए। अब अगर उद्योगपति डूब रहा है तो उसे बचाने की जिम्मेदारी भी सरकार की ही है।