चार माह बाद आज से फिर शुरू होंगे मांगलिक कार्य
देवउठनी एकादशी पर योग निंद्रा से जागेंगे भगवान विष्णु
शामली। भगवान विष्णु चार महीने बाद आज देवउठनी एकादशी को योग निंद्रा से जागेंगे। शुक्रवार से चातुर्मास समाप्त हो रहा है, इसके बाद शुभ-मागंलिक कार्य भी शुरू हो जाएंगे। इस दिन माता तुलसी का भगवान शालिग्राम के साथ विवाह कार्यक्रमों के भी आयेाजन होंगे।
जनकारी के अनुसार शुक्रवार को देवउठनी एकादशी के साथ ही मांगलिक कार्यों की भी शुरूआत हो जाएगी। देवउठनी एकादशी पर मांगलिक संस्कार कराना शुभ माना जाता है। मंदिर भाकूवाला के पुजारी सुरेश कपटियाल ने बताया कि इस बार देवउठनी एकादशी को बुध की युति से लक्ष्मी नारायण योग बन रहा है। विवाह, मुंडन, गृह निर्माण-प्रवेश, नव व्यवसाय जैसे शुभ कार्य प्रारंभ हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि शुक्रवार से चातुर्मास समाप्त हो रहा है और मांगलिक कार्यक्रमों का शुभारंभ हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस मौके पर माता तुलसी एवं भगवान शालिग्राम का विवाह का आयोजन भी होगा जिसके लिए मंदिर में तैयारियां की जा रही है। उन्होंने देवउठनी एकादशी पर पूजन विधि के बारे में बताया कि प्रातकाल गंगा जल मिश्रित जल से स्नान करें। स्वच्छ वस्त्रत्त् धारण कर सूर्यदेव को जल अर्पित करें। घर के मंदिर में एक चौकी पर पीला वस्त्रत्त् बिछाकर उस पर भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र की स्थापना कर पूजन करें। भोग लगा कर आरती करें। शाम को दीप जलाकर आरती करें और भगवान विष्णु से योग निंद्रा से बाहर आने की प्रार्थना करें।
शुभ मुहूर्त
-सुबह 6.35 से 10.42 बजे तक लाभ-उन्नति मुहूर्त
-सुबह 9.20 से 10.42 बजे तक अमृत मुहूर्त
-शाम 5.00 से 6.08 बजे तक भगवान विष्णु जागरण मुहूर्त