उत्तर प्रदेश सरकार ने किया था मांस रहित दिवस घोषित
थानाभवन। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा साधु टीएल वासवानी के जन्मदिवस पर प्रदेश में मांस रहित दिवस घोषित कर मीट एवं गोश्त और पशु वधशाला बंद करने के आदेश के बाद भी कस्बे में नियमों का उल्लंघन करते हुए दिन भर मांस की दुकानों पर मांस बेचा गया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साधु टीएल वासवानी के जन्म दिवस के अवसर पर 25 नवंबर को मांस रहित दिवस घोषित करते हुए सभी निकाय पुलिस प्रशासन एवं शासन को लिखित आदेश जारी करते हुए आदेशित किया था कि पशु वधशाला गोश्त की दुकान एवं मीट की दुकानें पूरी तरह से बंद रहेगी। यह आदेश का पालन सुनिश्चित कराने के लिए प्रदेश सरकार ने सभी जनपद के जिलाधिकारी एवं पुलिस प्रशासन को आदेशों का पालन कराने के लिए आदेशित किया था, लेकिन शामली जनपद के कस्बा थानाभवन में आदेशों का कोई असर दिखाई नहीं दिया। जिसके चलते दिनभर कस्बे के अंदर एवं मुख्य मार्गों पर मीट की दुकानें खुली रही। जब मीट बेचने वाले लोगों से बातचीत की दो उनका कहना था कि उन्हें किसी ने भी दुकानें बंद रखने के बारे में जानकारी नहीं दी। आदेशों के बाद भी खुलेआम आदेशों की धज्जियां सुबह से लेकर शाम तक उड़ती रही। स्थानीय पुलिस ने भी आदेशों का पालन कराने में जरा सी भी रूचि नहीं दिखाई। लोगों में सोशल मीडिया में चर्चा बनी रही की मुख्यमंत्री के द्वारा दिए गए आदेशों का थाना भवन में अक्सर कोई असर दिखाई नहीं देता।