चित्रकूट -जेल मिलन कांड में पुलिस को मिली एक और सफलता,पूरे कांड मे मददगारों तक पैसे पहुंचाने वाले अभियुक्त शहबाज आलम को वाराणसी से किया गिरफ्तार।

चित्रकूट जेल में बन्द माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी और उसकी पत्नी की जेल में हुई अवैध मुलाकात के मामले में चित्रकूट पुलिस ने एक और सफलता प्राप्त करते हुए  एक और अभियुक्त शहबाज आलम को वाराणसी से गिरफ्तार किया है। अभियुक्त शहबाज एक सीए के यहां अकाउंटेंट था। वह इस कांड में मददगारों को रुपये पहुंचाता था। पुलिस की जांच में करोड़ो रुपयों के अवैध लेनदेन और बेनामी खातों के अलावा कुछ शेल कंपनियां का भी खुलासा हुआ है।

क्या था पूरा मामला

गौरतलब है कि 10 फरवरी को पुलिस अधीक्षक एवं जिलाधिकारी चित्रकूट द्वारा जिला कारागार चित्रकूट में छापेमारी की गई थी की जिसमें कारागार में निरूद्ध अपराधी अब्बास अंसारी एवं उसकी पत्नी निखत बानो को अनाधिकृत तरीके से मिलते हुए पाया गया तथा उनके सहयोगियों द्वारा कारागार के अन्दर कतिपय अधिकारी एवं कर्मचारीगणों के सहयोग से अवैध गतिविधियां संचालित करते हुए भी पाया गया,जिसके सम्बन्ध में थाना कोतवाली कर्वी गंभीर धाराओं में मुकदमा में  पंजीकृत कर निखत बानो पत्नी अब्बास अंसारी एवं उसके सहयोगी ड्राइवर नियाज को गिरफ्तार किया गया था। विवेचना के क्रम में नामजद अभियुक्तों के मुख्य सहयोगी फराज खान एवं नवनीत सचान सहित नामजद अभियुक्त अशोक कुमार सागर (जेल अधीक्षक), संतोष कुमार (जेलर), चन्द्रकला (डिप्टी जेलर) व जगमोहन (जेल वार्डर)  को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है।

पुलिस को मिली सफलता

उपरोक्त मुकदमा की विवेचना के क्रम में जो नई बात प्रकाश में आयी है कि जो रूपये कैंटीन कॉन्ट्रैक्टर नवनीत सचान के खाते में अब्बास अंसारी के कहने पर डाले गये थे उनसे एक अन्य अभियुक्त शहबाज आलम की खोज की गयी है, जो वाराणसी में एक सी0ए0 के कार्यालय में कार्यरत है एवं उसके द्वारा 02 बैनामी खाता ऑपरेट किये जा रहे है । इन खातों में पिछले 06 माह में क्रमशः 92 लाख और 87 लाख के ट्रांजेक्शन्स हुए हैं । पूछताछ के दौरान अभियुक्त शहबाज आलम के द्वारा बताया गया है कि अब्बास अंसारी के गुर्गे उसको कैश पहुंचाते है एवं किस खाते में पैसा डालना है उसकी डिटेल भी पहुंचाते है, जिसके उपरांत उसके द्वारा उपरोक्त कार्यवाही की जाती है । इन बैनामी खातों के अतिरिक्त कुछ शैल कम्पनियां भी पायी गयी है जिनमें कैश जमा करके उनको अपराधिक गतिविधियों हेतु घुमाया जाता है । यह गिरोह जनपद मऊ, गाजीपुर, बनारस, आजमगढ़, जौनपुर, दिल्ली सहित अन्य शहरों में भी अब्बास अंसारी के लिए का कार्य करता है ।   पूछताछ में इन पैसों का उपयोग जेल अधिकारियों को नगद और उपहार के जरिए लालच देकर अपने लिए जेल में अवैध सुविधाएं इकट्ठा करना, वकीलों और दलालों को अपने मुकदमों की पैरवी के पैसे देना तथा अन्य अवैध कार्यों में खर्च करने की बात सामने आई है। इस धन के लेन देन का जिम्मा नियाज और उसके कुछ सहयोगियों के माध्यम से होता था। इतनी बडी धनराशि के ट्रांजैक्शन से अवैध स्रोतों से कमाई के आरोपों को पुष्टिकारक बल मिला है,जिसके बारे में गहराई से जांच जारी है। इसमें आयकर विभाग एवं प्रवर्तन निदेशालय से भी मदद ली जाएगी। इन दोनो ही खातों को पुलिस द्वारा सीज़ कर लिया गया है।उपरोक्त के क्रम में अभियुक्त शाहबाज आलम पुत्र शाहिद आलम निवासी S6/76 बी अर्दली बाजार थाना कैण्ट जनपद वाराणसी  प्रकाश में आया है जिसको गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।