विनय का श्रृंगार करने वाले छात्र की गुरुभक्ति से ही मुक्ति का मार्ग प्रशस्त : आचार्य विशुद्ध सागर
संवाददाता आशीष चंद्रमौली
बडौत।जैनाचार्य मुनीश्वर विशुद्ध सागर ने ऋषभ सभागार में श्रद्धालुओं को गुरु की महत्ता बताते हुए कहा कि, जो गुरु के निकट रहता है, गुरु आज्ञा का पालन करता है तथा गुरु उपदेशों के अनुसार जीवन जीता है, उस शिष्य को विद्याएं भी सिद्ध हो जाती हैं। गुरु एवं शिष्य का श्रद्धा व श्रद्धेय का होता है। गुरु जहाज की तरह से शिष्य को भव रूपी समुद्र से पार लगाते हैं। संसार में कल्याण का उपदेश देने वाले गुरु ही एक शरणभूत हैं।
ससंघ चातुर्मास कर रहे जैन संत द्वारा कहा गया कि,जिसे आत्म कल्याण करना है, उसे जगत् के प्रपंचों से दूर रहना चाहिए। भजन एवं भोजन के समय व्यक्ति को अपना चित्त प्रसन्न रखना चाहिए। भोजन तथा भजन के समय उत्साह, उमंग होना चाहिए।भोजन स्वादिष्ट, मधुर, पौष्टिक, सुन्दर एवं उत्साह बढ़ाने वाला होना चाहिए। जैसा भोजन होगा, वैसा ही चित्त, चर्चा एवं चर्या होगी। भोजन से प्राणों की रक्षा होती है।
इस अवसर पर छात्रों को सीख देते हुए जैन मुनि ने कहा कि, छात्र विनय का श्रृंगार करें और गुरु अभ्यास का मीठा सेवन करके आए, तो आनन्द ही आनन्द आता है। कहा कि,नारी श्रृंगार करे ,तो पति को प्रसन्नता होती हैं और पति बलवान हो तो नारी संतुष्ट होती है। ऐसे ही जो छात्र विनय, विवेक, लगनशील, जागरूक, अध्ययनशील होता है, तो उससे गुरुकुल गौरवान्वित होते हैं।
श्रद्धालु श्रोताओं से आह्वान किया कि, विवेकपूर्वक जीवन जीना सीखो, विवेक पूर्वक क्रिया करो, विवेकपूर्वक चर्चा करो, विवेक पूर्वक चलो और विवेक पूर्वक भोजन करो। विवेक के अभाव में कोई भी कार्य सिद्ध नहीं होता है। जीवन को सुखद बनाना है, तो नैतिकतापूर्ण जीवन जीना सीखो। जैसे घर की सफाई करते हो, वैसे ही स्वयं के चित्त को स्वच्छ रखो।सभा का संचालन पं श्रेयांस जैन ने किया। सभा में प्रवीण जैन, विनोद जैन एड, दिनेश जैन, वरदान जैन ,अतुल जैन, मनोज जैन, शुभम जैन ,पुनीत जैन अनुराग मोहन, अशोक जैन आदि उपस्थित थे।
10 से 15 तक प्रवचन के स्थान बदले
मीडिया प्रभारी वरदान जैन ने बताया कि, आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज का रविवार 10 सितंबर को, मंगल प्रवचन लोहिया बाजार में, जैन मिलन बड़ौत के सौजन्य से होगा। इसके अतिरिक्त 11 सितंबर से 15 सितंबर तक आचार्य श्री का मंगल प्रवचन शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर कैनाल रोड पर होगा।