हाईवे निर्माण में घटिया सामग्री या ओवरलोडिंग की समस्या, तीन महीने में ही गड्ढे दिखने लगे, वाहनचालक परेशान

हाईवे निर्माण में घटिया सामग्री या ओवरलोडिंग की समस्या, तीन महीने में ही गड्ढे दिखने लगे, वाहनचालक परेशान

संवाददाता अजय कुमार

बालैनी।मेरठ-बागपत हाइवे 334 बी पर फिर से कई जगह गड्ढे होने से वाहन चालकों को करना पड़ रहा है परेशानी का सामना। आनन फानन में हाइवे कंप्लीट का सर्टिफिकेट लेकर जनता पर टोल का बोझ डालने वाले एनएजएआई के अधिकारी भली भांति जानते हैं कि, अभी कुछ ही महीने हुए हैं, लेकिन हाइवे की गुणवत्ता लगातार सवालों के घेरे में है। टोल के समीप रास्ता खराब होने तथा वाहन निकलने की एक लेन तो कई दिन से बंद ही पड़ी है।

मेरठ-बागपत हाइवे 334 बी पर जब से हाइवे का निर्माण हुआ है ,तभी से इसकी गुणवत्ता लगातार सवालों के घेरे में है | वर्ष 2021 में हाइवे बनने के कुछ दिन बाद ही बरसात में हाइवे जगह जगह से खराब हो गया था, बागपत सांसद डॉ सत्यपाल सिंह के शिकायत करने के बाद दोबारा से हाइवे को बनाया गया था। तीन महीने पहले ही हाइवे बनाने वाली कंपनी ने इसे एनएचआई के हवाले किया था, लेकिन लगातार हाइवे पर गड्ढे होने से वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 

इसी दौरान कुछ दिन पहले ही टोल के समीप एक जगह से पूरा रास्ता बैठ गया था ,जिसके चलते टोल पर वाहन निकलने वाली एक लेन पिछले कई दिनों से बंद पड़ी है। इसके अलावा थाने के समीप और अन्य जगह भी हाइवे में गड्ढे हो जाने से इसका निर्माण सवालों के घेरे में है। क्षेत्र में ग्रामीणों में चर्चा है कि ,करोड़ो की लागत से बने इस हाइवे में लगातार कमियां मिल रही हैं, लेकिन एक बार भी हाइवे बनाने वाली कंपनी की जांच नहींं हुई है। 

दूसरी ओर हाइवे बनाने वाली कंपनी के मैनेजर रोहित खरी का कहना है कि, रात में रेत के ओवर लोड ट्रक गुजरते हैं, जिनसे लगातार पानी भी गिरता रहता है ,इस वजह से एक दो जगह दिक्कत हुई है ,जिनको ठीक करवाया जा रहा है और ओवरलोड वाहनों की शिकायत एनएचआई में भी की गई है।