गाल ब्लैडर के ऑपरेशन के दौरान 25 वर्षीय महिला की हुई मौत

सिद्धिविनायक हॉस्पिटल में ऑपरेशन के दौरान हुई उल्टी, उल्टी का पानी फेफड़ों में जाने के कारण हालत बिगड़ी

गाल ब्लैडर के ऑपरेशन के दौरान 25 वर्षीय महिला की हुई मौत

उरई जालौन। जनपद जालौन के उरई में स्थित कालपी रोड पर सिद्धिविनायक हॉस्पिटल में कल 25 वर्षीय महिला का ऑपरेशन किया जा रहा था महिला के गाल ब्लैडर में पथरी थी ऑपरेशन के दौरान मरीज का बीपी बढ़ जाता है, डॉक्टर के कंट्रोल न करने पर मरीज का झांसी रेफर कर दिया गया, झांसी डॉक्टर ने मृतक के परिजनों को बताया की उसकी मृत्यु हो चुकी है। मृतक के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की घोर लापरवाही के वजह से यह मौत हुई है क्योंकि डॉक्टर और स्टाफ द्वारा गलत तरीके से ऑपरेशन किया था, जिसकी वजह से महिला की मृत्यु हो गई है, परिजनों डॉक्टर और स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि पेशेंट की मृत्यु सिद्धि विनायक हॉस्पिटल में ही हो चुकी थी, इन्होंने अपने यहां से बलाय टालने के लिए उसका साजिशन झांसी रेफर किया गया। जब इस मामले की जानकारी डॉक्टर से लेनी चाही तो हॉस्पिटल के मैनेजर दिलीप जी ने बताया कि ऑपरेशन के पहले पेशेंट एकदम ठीक-ठाक था, उसको कोई समस्या नहीं थी, ऑपरेशन से पूर्व जो जांच होती है बो सारी की सारी जांचे नॉर्मल थी, लेकिन जब उसको स्पाइनल दिया गया उसके बाद मरीज को चीरा लगाकर गाल ब्लैडर तक डॉक्टर पहुंचे जब जाकर पेशेंट की हालत बिगड़ी तब देखा इसका बीपी हाई जा रहा है। और पेशेंट का spo2 घट गया तो सिद्धि विनायक हॉस्पिटल वालों ने कंट्रोल नहीं कर पाए तो वहीं पर पेशेंट को इन्होंने टांके लगाकर झांसी रेफर कर दिया। और यही भी बताया कि पेशेंट को अचानक से हार्ट अटैक पड़ गया।तो परिजनों का आरोप है कि इन्होंने गलत तरीके से ऑपरेशन किया जिसकी वजह से मेरे पेशेंट की मौत हो गई है। उसके बाद परिजनों ने डेडबॉडी को लाकर सिद्धि विनायक हॉस्पिटल में रख दिया। जिस पर बड़ा हंगामा हुआ जानकारी लगते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई बड़ी सूझबूझ से परिजनों

को समझाया परिजनों का कहना है कि इन्होंने हमारे पेशेंट को जानबूझकर मार दिया। तो वहीं प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा आप परेशान मत होइए मामले की अच्छे से जांच कर ली जाएगी पोस्टमार्टम होने के बाद दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा, ढाढस बधाते हुए कहा कि आपको न्याय और आपके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। पेशेंट का नाम श्यामा देवी पत्नी धर्मेंद्र सिंह कुशवाहा निवासी औरेखी कोतवाली जालौन उम्र 25 वर्ष है। जिसको 3 साल की एक बच्ची है पूर्व 2018 अप्रैल में शादी हुई थी। घरवालों का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है। वहीं कोतवाली पुलिस ने पंचनामा भर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है अधिकारियों ने कहा है कि टीम गठित कर वीडियो ग्राफी के साथ पोस्टमार्टम करवाया जाएगा तब जाकर परिजनों ने हंगामा काटना बंद किया।

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इस मामले की जानकारी सिद्धिविनायक हॉस्पिटल संचालक डॉ बलराम से ली तो उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के दौरान पेशेंट को उल्टी आई उल्टी का जो पानी था वह फेफड़ों में जाने की वजह से पेशेंट की हालत बिगड़ी तो उसका बीपी बढ़ गया spo2 घट गया मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ तो मैंने उसको झांसी रेफर कर दिया गया उसके बाद उसकी मृत्यु हो गई है।

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परिजनों द्वारा लगाया गया आरोप

परिजनों द्वारा बताया गया है कि मेरी डॉक्टर से दूरबीन वाले ऑपरेशन की बात हुई थी लेकिन उन्होंने हमारे पेशेंट को ऑपरेशन थिएटर में लेने के बाद अचानक दो मिनट के अंदर फैसला लिया कि आपका पेशेंट का दूरबीन वाला ऑपरेशन नहीं हो पाएगा । परिजनों ने बताया कि ना ही कोई बाहर से डॉक्टर आया इन्होंने हमारे पेशेंट का ऑपरेशन किया और ऑपरेशन के दौरान पेशेंट की मौत हो गई अपने बचाव के लिए इन्होंने पेशेंट का रेफर झांसी के लिए नारायण हॉस्पिटल में कर दिया जहां पर डॉक्टर द्वारा मरीज को मृत घोषित कर दिया गया अस्पताल संचालक डॉक्टर बलराम अपनी नाकामी छुपाने के लिए साठ गांठ करने लगे। परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि कहने वालों की है मामला रफा-दफा कर लो पुलिस में मेरी कंप्लेंट ना करो क्योंकि मेरी बदनामी हो जाएगी तो उन्होंने कहा कि ढाई लाख रुपए ले लो मामले को वहीं खत्म करो।

फाइल फोटो श्यामा देवी पत्नी धर्मेंद्र कुशवाहा