कृष्णा नदी पर मिट्टी डालकर कब्जा, बंद किया बहाव

कवरेज करने गए पत्रकार पर किया तमंचे से फायर योगी सरकार में हो रहे कब्जे

कृष्णा नदी पर मिट्टी डालकर कब्जा, बंद किया बहाव

कृष्णा नदी पर मिट्टी डालकर कब्जा, बंद किया बहाव

- कृष्णा बड़े हिस्से पर मिट्टी डालकर वह भूमाफियाओ ने किया कब्जा

- रात्रि में भी जेसीबी चलाकर कब्जाधारी कर रहे हैं कब्जा

थानाभवन- नदियों के अस्तित्व बचाने के लिए सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद भी भूमाफियाओं के द्वारा नदियों का अस्तित्व मिटाने का काम लगातार चल रहा है। इसी के चलते थानाभवन में कृष्णा नदी के एक बड़े हिस्से पर जेसीबी से मिट्टी डालकर कब्जा किया गया है। यहां तक की पानी के बहाव को भी लगभग बंद कर दिया है। लंबे समय से चल रहे कब्जा करने के प्रयास के कारण कृष्णा नदी का अस्तित्व थानाभवन क्षेत्र में लगभग मिटने को तैयार है।

थानाभवन क्षेत्र से होकर गुजरने वाली कृष्णा नदी जहां प्रदूषण के कारण अपना मूल स्वरूप खो चुकी है तो वहीं कृष्णा नदी पर लगातार चल रहे अतिक्रमण एवं कब्जे के कारण कृष्णा नदी का अस्तित्व लगभग समाप्ति की ओर है। करोडो रुपयों को खर्च कर योगी सरकार ने कृष्णा नदी के जीर्णोद्धार का कार्य कराया था। जिसमें ग्राम पंचायत एवं नगर पंचायत के क्षेत्र में जीर्णोद्धार कराए गए थे। लेकिन सरकार के प्रयास के बावजूद भी कृष्णा नदी अपने मूल स्वरूप में नहीं लौट पाई। करोड़ों रुपए खर्च किए गए, लेकिन कृष्णा का अस्तित्व अभी भी खतरे में है। थानाभवन दिल्ली सहारनपुर नेशनल हाईवे के पीछे कृष्णा नदी से पहले कुछ लोगो ने जेसीबी से मिल से निकलने वाली राख एवं मिट्टी डालकर कृष्णा के एक बड़ा हिस्से पर कब्जा कर लिया है। रात्रि में भी माफियाओं द्वारा कब्जा किया जा रहा है। जब कब्जे की सूचना पर एक दैनिक अखबार का पत्रकार कवरेज करने के लिए मौके पर पहुंचा तो तुरंत कब्जाधारी मौके पर पहुंच गए और पत्रकार के साथ गाली गलौज करते हुए तमंचे से फायर कर उसे भी मौके से दौड़ा लिया। बामुश्किल मीडिया कर्मी ने अपनी जान बचाई। जबकि वीडियो और फोटो के अनुसार मौके पर बड़े स्तर पर कब्जा किया जा रहा है। इस मामले में राजस्व निरीक्षक सुनील कुमार से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि कब्जे की जानकारी मिली है। राजस्व की टीम को मौके पर भेज कर पैमाइश के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिस जगह पर कब्जे की शिकायत मिली है। वहां पर क्षेत्र में तीन पट्टियों की सीमा पड़ती है। लेखपाल की टीम के द्वारा ही कब्जे को निर्धारित कर कार्रवाई की जाएगी।