हो रही है रजवाहों व नहरों की सफाई : गोलमाल व लापरवाही की शिकायतें आई
सडक किनारे से 150-200 मीटर तक सफाई का काम ,आगे फिर निफराम
हेड से टेल तक पानी की पहुँच की मुहिम को ठेकेदार बट्टा लगाने पर आमादा
ब्यूरो डा योगेश कौशिक
बड़ौत। सिंचाई विभाग द्वारा कराए जा रहे रजवाड़ों की सफाई में झोल ही झोल मिलने शुरू हो गए हैं। ठेकेदारों द्वारा अनियमितता बरती जा रही है। मामले की भनक लगते ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने अपनी भौंहे टेढ़ी कर ली है।
नहरों की सफाई न होने से जहां किसानों में आक्रोश पनपता जा रहा है, वहीं अवर अभियंता ने भी सफाई कार्य में अनियमिता मिलने पर अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता को अवगत कराते हुए ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर दी है।
ईदरीशपुर झाल से खेकड़ा रजवाहा निकलता है, जिससे क्षेत्र के कई गांवों जुडे हुए हैं। इस समय इसमें सफाई का कार्य चल रहा है ,जिसमें जमकर खानापूर्ति की जा रही है। बुधवार को किसानों ने सफाई कार्य में अनियमिता बरतने पर नाराजगी जताते हुए ठेकेदार व कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी, वहीं सिंचाई विभाग के अवर अभियंता जतिन ने भी मौके पर सफाई कार्य देखा ,तो सफाई कार्य में जमकर अनियमिता मिली। किसानों ने अवर अभियंता को बताया कि ,ठेकेदार सड़क के पास के 150 से 200 मीटर तक तो रजवाहे की सही ढंग से सफाई कर रहे हैं, लेकिन सड़क से दूर सफाई कार्य में जमकर अनियमिता बरती जा रही है। रजवाहे में लंबी-लंबी घास व झाड़ियां खड़ी हैं, ऐसे में हेड से लेकर टेल तक कैसे पानी पहुंचेगा।
इस मामले में अवर अभियंता जतिन ने सहायक अभियंता सूरजपाल व अधिशासी अभियंता उत्कर्ष भारद्वाज को अवगत कराते हुए बताया कि, ठेकेदार सफाई कार्य में बिल्कुल भी रूचि नहीं ले रहा है, मात्र खानापूर्ति की जा रही है। समझाने के बाद भी ठेकेदार सही ढंग से काम करने को तैयार नहीं है। उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।