चित्रकूट-शिक्षा के साथ खेल-कूद के क्षेत्र में भी पूर्ण मनोयोग के साथ प्रतिभाग करने पर ही सर्वांगीण विकास संभव - प्रो शिशिर पाण्डेय।

चित्रकूट-शिक्षा के साथ खेल-कूद के क्षेत्र में भी पूर्ण मनोयोग के साथ प्रतिभाग करने पर ही सर्वांगीण विकास संभव - प्रो शिशिर पाण्डेय।

चित्रकूट: गोस्वामी तुलसीदास राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में वार्षिकोत्साव एवं पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में विजयी छात्र-छात्राओं के साथ महाविद्यालय की सभी कक्षाओं में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले तथा महाविद्यालय में आयाजित होने वाली अन्य शिक्षणेत्तर प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। समारोह में जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शिशिर कुमार पाण्डेय, समाजसेवी अभिमन्यु सिंह, जगदगुरू रामभ्रदाचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर अंजना चैधरी तथा डॉ. शांत कुमार चतुर्वेदी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रो शिशिर कुमार पाण्डेय तथा महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ विनय कुमार चैधरी ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। 

    कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने लघुनाटिका, एकल नृत्य, समूह नृत्य तथा देशभक्ति एवं जागरूकतापरक सामूहिक गीतों द्वारा विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में विभिन्न कक्षाओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को मेधा पुरस्कार तथा वर्तमान सत्र में आयोजित विभिन्न सहशैक्षणिक तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए और एनएसएस, रोवर, रेंजर्स को विशिष्ट पुरस्कार प्रदान किये गये। साथ ही महाविद्यालय में पूर्व में आयोजित हुई विभिन्न इन्डोर क्रीडा प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं के साथ इस वर्ष के क्रीडा विजेता छात्र एवं छात्राओं को भी पुरस्कृत किया गया। वार्षिक समारोह के अवसर पर छात्र-छात्राओं को प्रोत्सााहित करने के लिए फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। जिसमें छात्र रविकान्त प्रथम, छात्रा वर्षा सिंह द्वितीय तथा आफरीन बानो ने तृतीय स्थान प्राप्ता किया। 

 कुलपित प्रो शिशिर कुमार पाण्डेय ने कहा कि बुन्देलखण्ड को पिछडे क्षेत्र में गिने जाने के कारण छात्र-छात्राओं की इन प्रतिभाओं का यथोचित मूल्यांकन एवं सम्मान नहीं हो पाता है। इसलिए राष्ट्रीय स्तर की इंडियन काउंसिल ऑफ सोशल रिसर्च आदि संस्थांओं के माध्यम से इन होनहार विद्यार्थियों की प्रस्तुातियों को बुन्देलखण्ड के बाहर के क्षेत्रों में भी आयोजित कराते हुए इन प्रतिभाओं को उपयुक्त मंच मिलना चाहिए। साथ ही उन्होंने महाविद्यालय के साथ शीघ्र ही एमओयू साइन करने की बात कही। उन्होंने कहा कि पारम्परिक शिक्षा के साथ खेल-कूद, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के क्षेत्र में भी पूर्ण मनोयोग के साथ प्रतिभाग करने पर ही सर्वांगीण विकास संभव है। महाविद्यालय के छात्रों में आज जैसी ऊर्जा देखने को मिली है। विश्वास है कि महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं अपने भावी लक्ष्य के लिए भी उसी प्रकार समर्पित होकर नित नये कीर्तिमान स्थापित करेंगे।

    प्राचार्य डॉ विनय कुमार चैधरी ने कहा कि महाविद्यालय का वार्षिक समारोह विद्यार्थियों के वर्ष भर की मेहनत और लगन का संक्षिप्त लेखा-जोखा है। सम्‍पूर्ण महाविद्यालय परिवार पूर्ण मनोयोग के साथ हमारे विद्यार्थियों के अंदर छिपी प्रतिभा को सामने लाने और उन्हें उचित अवसर प्रदान करने के लिए दिन-रात समर्पित रहता है।  

  इस अवसर पर महाविद्यालय की वार्षिक आख्या डॉ राजेश कुमार पाल द्वारा प्रस्तुकत की गयी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का संयोजन सीमा कुमारी ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ वंशगोपाल ने किया।   

     इस मौके पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डाॅ रामनरेश यादव, डाॅ अमित कुमार सिंह, डाॅ मुकेश कुमार, डाॅ अतुल कुमार कुशवाहा, डाॅ धर्मेन्द्र सिंह, डाॅ राकेश कुमार शर्मा, डाॅ नीरज गुप्ता, डॉ आशुतोष कुमार शुक्ला, डॉ गौरव पाण्डेय, डॉ रचित जायसवाल, डॉ गजेन्द्र सिंह, डॉ सिद्धांत चतुर्वेदी, बलवन्त सिंह राजौदिया आदि मौजूद रहे।