तहसील में दो नटवरलालों ने तैयार की मेले का फर्जी अनुमति पत्र एसडीएम अखिलेश यादव ने संज्ञान लेते ही दोनों को किया पुलिस के हवाले।
इसरार अंसारी
मवाना । तहसील क्षेत्र फलावदा रूट के एक गांव के लोगों द्वारा आवेदन करने के बाद तहसील मवाना में बैठे एक टाइपिस्ट वह एक संविदा कर्मचारी ने अवैध वसूली कर एसडीएम अखिलेश यादव के कार्यालय की फर्जी अनुमति जारी कर दी। मामला फर्जी मिलने पर नटवरलाल एसडीएम कार्यालय में तैनात स्टेनो बाबू के पास पहुंचे और जारी की गई अनुमति को दिखाया। एसडीएम अखिलेश यादव ने किसी भी प्रकार से अनुमति जारी नहीं किए जाने पर मामला मीडिया के संज्ञान में आ गया। शुक्रवार को आनन-फानन में एसडीएम अखिलेश यादव ने संचालकों से पूछताछ करने पर पूरी घटना से पर्दा उठाते हुए एसडीएम कार्यालय की फर्जी अनुमति जारी करने वाले टाइपिस्ट समेत दो युवकों को पुलिस हिरासत में बैठाकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस पकड़े गए टाइपिस्ट व संविदा कर्मी से पूछताछ करने में जुटी हुई है। बता दें कि मवाना तहसील में फर्जी काम करने वाले माफियाओं पर शिकंजा कसता नजर नहीं आ रहा है। एसडीएम अखिलेश यादव एवं तहसीलदार आकांक्षा जोशी की अनदेखी से तहसील में फर्जी काम थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। तहसील में दलाल दिन निकलते ही हावी हो जाते हैं और प्रशासनिक अधिकारियों के नाम पर फर्जी काम करने में जुटे हुए हैं। ऐसा ही एक मामला मीडिया में उस समय देखने को मिला जब तहसील में बैठा टाइपिस्ट एवं संविदा कर्मी ने एसडीएम अखिलेश यादव की बिना इजाजत के मेले की फर्जी अनुमति जारी कर दी जबकि संचालकों ने आनलाइन आवेदन पत्र के आधार पर अपनी जारी हुई परमिशन को चैक किया तो मामला अलग मिला। मेला संचालक जारी फर्जी अनुमति को लेकर शुक्रवार को मवाना एसडीएम अखिलेश यादव के कार्यालय में पहुंचे और स्टेनो बाबू अरुण कुमार से बात कर जारी हुई परमिशन को दिखाया। स्टेनो बाबू अरुण कुमार ने ऐसी किसी प्रकार की जारी अनुमति से इंकार किया। स्टेनो बाबू अरुण कुमार ने मामला गंभीर देखते हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी एसडीएम अखिलेश यादव को दी। एसडीएम अखिलेश यादव ने मामला गंभीर देखते हुए तुरंत संज्ञान लेते हुए टाइपिस्ट सहित दो युवकों को कार्यालय में बुलाकर पूछताछ की। सख्ती से पूछताछ करने पर फर्जी अनुमति जारी करने से पर्दा उठा दिया और थाना प्रभारी कुलदीप सिंह को अपने कार्यालय में बुलाकर एसडीएम अखिलेश यादव की हिरासत में बैठा लिया बाद में दोनों नटवरलालों को पुलिस को सौंप दिया। एसडीएम कार्यालय की फर्जी अनुमति जारी करने का मामला तहसील में चर्चा का विषय बना रहा।
इन्होंने कहा दो व्यक्ति फर्जी तरीके से एक मेले की अनुमति आदेश तैयार कर स्टाफ कार्यालय पर वेरीफाई करने का दबाव बना रहे थे संदेह होने पर दोनों व्यक्तियों को जरूरी दस्तावेज चेक करने के बाद थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया है जांच कर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। तहसील में किसी भी विभाग में भ्रष्टाचार एवं फर्जीवाड़ा कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तथा दोषी पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। अखिलेश यादव एसडीएम मवाना