बकाया भुगतान व दूसरा गन्ना सेंटर की मांग को लेकर प्रदर्शन
जनपद के विभिन्न गांवों के किसानों ने गन्ना सोसायटी में किया धरना प्रदर्शन भुगतान न होने पर दी अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की चेतावनी
शामली। किसानों का संपूर्ण बकाया गन्ना मूल्य भुगतान व अन्य मिलों के गन्ना सेंटर उपलब्ध कराने की मांग को लेकर जनपद के विभिन्न गांवों के किसानों ने सोमवार को गन्ना सोसायटी प्रांगण में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों ने शामली चीनी मिल को गन्ना देने से भी साफ इंकार करते हुए प्रशासन से बकाया का भुगतान जल्द से जल्द कराए जाने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि यदि जल्द ही भुगतान न कराया गया तो किसान धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे।
जानकारी के अनुसार जनपद की तीनों चीनी मिलों पर किसानों का करोडों रुपया बकाया है। किसान संगठन आए दिन बकाया भुगतान की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कई गांवों के किसानों ने तो शामली चीनी मिल को गन्ना देने से भी इंकार कर दिया है। पिछले दिनों सिम्भालका के किसानों ने भी मिल को गन्ना देने से साफ इंकार कर दिया था तथा किसी अन्य मिल का सेंटर दिलाए जाने की मांग की थी। सोमवार को भी बकाया गन्ना मूल्य भुगतान व अन्य मिलों के गन्ना सेंटर उपलब्ध कराए जाने की मांग को लेकर जनपद के विभिन्न गांवों के सैंकडों किसानों ने गन्ना सोसायटी में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों का आरोप है कि बार-बार मांग किए जाने के बावजूद भी चीनी मिल किसानों के बकाया का भुगतान नहीं कर रही है जिस कारण किसानों के सामने परेशानियों खडी हो गयी है। किसान न तो अपने बच्चों के स्कूलों की फीस जमा कर पा रहे हैं, न तो शादी ब्याह की तैयारी कर पा रहे हैं। भुगतान न होने के चलते बिजली बिल जमा न होने पर बिजली विभाग भी किसानों का उत्पीडन कर रहा है। किसान लगातार कर्ज के बोझ में दबता जा रहा है लेकिन शासन प्रशासन किसानों की सुध नहीं ले रहा है। वहीं गन्ना न होने से उत्तेजित किसानों ने शामली शुगर मिल को गन्ना देने से भी साफ इंकार कर दिया तथा प्रशासन से किसी अन्य मिल का सेंटर दिलाए जाने की मांग की। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि बकाया का जल्द से जल्द भुगतान न कराया गया तो किसान अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर देंगे। धरना प्रदर्शन में विनय कुमार, विजय, जसबीर, मनोज, विनोद मलिक, अमरदीप पंवार, सुनील, धीरजपाल तोमर, जयपाल, हरेन्द्र सिंह मलिक, रामेश्वर मलिक, नरेन्द्र सिंह मलिक, जगदीश कश्यप, कंवरपाल मुखिया, पप्पन, सुभाष, संदीप, लोकेश कुमार, शैलेन्द्र, बबलू चौधरी सहित सैंकडों की संख्या में ताजपुर सिम्भालका, बनत, मालैंडी, लिलौन, बलवा, कंडेला, ऐरटी, बधेव, झाल, भैंसवाल, बहावडी, हसनपुर, टिटौली आदि के किसान भी मौजूद रहे।