प्रधानमंत्री आवास योजना गरीबों के लिए बनी अभिशाप,गरीब आज भी इस योजना का नहीं उठा पाते लाभ।
रायबरेली। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यही है सपना 2024 तक देश के हर व्यक्ति का घर हो अपना। लेकिन उनका सपना क्या ऐसी परिस्थिति में पूरा हो सकेगा जब स्थानीय प्रशासन ही इसमें पलीता लगाने की कोशिश कर रहा हो।और प्रदेश सरकार भले ही गरीबों को पीएम आवास दिलाकर लाभान्वित करने का दावा कर रही है। लेकिन अभी भी बहुत से गरीब परिवार इस योजना से वंचित हैं। बरसात के महीने में पुराने मकानों में रहने को मजबूर हैं। बारिश से बचने के लिए इन परिवारों को पालीथिन या दूसरे के छत का सहारा लेना पड़ रहा है। लाला खेड़ा, मजरे निहस्था गांव निवासी उमाशंकर पुत्र भगौती भी आवास से वंचितों में से एक है। इनके पास जमीन भी नहीं है। वह आज भी झोपड़ी बनाकर कच्चे मकान के नीचे जीवन यापन कर रहे है। छत के नाम पर कुछ भी नहीं है। और थोड़ी सी बारिश के बाद झोपड़ी व कच्चा मकान गिर गया। चारों ओर पानी टपकने लगता है। इस दौरान सामान भी भीग जाता हैं। बारिश होते ही महिलाओं और बच्चों को डर लगने लगता है। कि कहीं दीवार ना गिर जाए। कई बार अधिकारियों से आवास के लिए गुहार भी लगाई लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है।
प्रधानमंत्री आवास का लाभ लेने के लिए गरीब बन गए हैं ।मगर गरीब व पात्र व्यक्ति तो अभी भी उक्त योजना में नाम जुड़वाने व लाभ पाने के लिए धक्के ही खा रहें हैं । वहींं पंचायत प्रशासन व अधिकारियों की मिलीभगत से पात्र गरीब आवास से वंचित है लेकिन अमीर धन्नासेठ रसूखदार अपात्र जमकर मजे लूट रहें हैं।