15 वर्ष पूर्व बना स्टेडियम जिम्मेदारों की उदासीनता से अपनी बदहाली पर बहा रहा आसूं
अभी तक कोच की नहीं हुई नियुक्ति लाखों की लागत के खेल उपकरण नदारद।
महराजगंज,रायबरेली। ग्रामीण क्षेत्र मे खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने तथा खेल के माध्यम से बच्चों की प्रतिभाओं को निखारने के लिए सरकार ने ग्रामीण इलाकों में लाखों रुपए खर्च करके ग्रामीण स्टेडियम का निर्माण कराया था लेकिन देखरेख के अभाव और जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता से ये ग्रामीण स्टेडियम आज अपनी बदहाली का शिकार हैं। मिली जानकारी अनुसार महराजगंज ब्लाक की सलेथू ग्रामसभा की जमीन पर वर्ष 2006 में उस समय की सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र की खेल प्रतिभाओं को निखारने के उद्देश्य से सलेथू ग्राम सभा में स्टेडियम का निर्माण कराया था। जिसमें लगभग तीस लाख रुपए खर्च किए गए थे। तत्कालीन ब्लाक प्रमुख जयप्रकाश साहू ने वर्ष 2009 में स्टेडियम में कुछ खेल उपकरणों की व्यवस्था विभाग से कराई थी। उसके बाद बताते हैं कि सरकार ने खेल सामग्री में कोई कमी नहीं की। वालीबॉल, फुटबॉल से लेकर जिम व हॉकी, क्रिकेट के अलावा विभिन्न खेलों की सामग्री भेजी गईं। कमी सिर्फ कोच की थी। बिना कोच के खेल सिखाने वाला कोई नहीं था। बताया जा रहा है कि कोच की तैनाती अब तक नहीं हो सकी।वहीं क्षेत्र के युवा खिलाड़ियों ने बताया कि, अनेक बार यहां कोच तैनात करने की मांग शासन और प्रशासन से की गई। फिर भी कोच की तैनाती नहीं हो सकी। वर्तमान समय में इस स्टेडियम की देखभाल के नाम पर में तीन पीआरडी के जवान तैनात हैं जो भवन की सुरक्षा करते हैं। वहीं स्थानीय युवाओं ने बताया, कि स्टेडियम के ग्राउंड में गड्ढे बनने के साथ ही बड़ी मात्रा में घास और झाड़ियां उग आई है। रखरखाव के अभाव में हाल के छत के ऊपर रखी टीन गायब हो चुकी है। सारा सामान एक कमरे में कबाड़ की तरह भरा है। मैदान में घास और झाड़ियों के कारण युवा खिलाड़ी खेलने भी नहीं आते। क्योंकि जीव जंतुओं का खतरा बना रहता है। जिला क्रीडा अधिकारी सर्वेंद्र सिंह ने बताया कि बदहाल स्टेडियम की मरम्मत के लिए तैयारी की जा रही है। इसकी हालत की रिपोर्ट के अलावा सरकार को खर्च का इस्टीमेट भेजा गया है। साथ ही दो महिला कोच सहित कुल चार कोच की मांग भी शासन से की गई है।अब देखना होगा कि बदहाली पर आंसू बहा रहा है यह ग्रामीण स्टेडियम कब अपनी यथास्थिति पर पहुंचेगा।