फैय्याज के हत्यारों के गिरेबां तक नही पहुंच पाए 'तीरंदाज खाकी के हाथ

फैय्याज के हत्यारों के गिरेबां तक नही पहुंच पाए 'तीरंदाज खाकी के हाथ
:-24 दिन बाद भी नही हुआ भट्टा चौकीदार की हत्या का खुलासा, हवा में तीर चला रही हत्याकांड के खुलासे को लगाई गई तीन टीमें
कैराना। अपराधियों को पाताल से ढूंढ लाने का दम भरने वाली योगी की पुलिस भट्टा चौकीदार के हत्यारों तक पहुंचने में पूरी तरह नाकाम है। हत्याकांड को तीन सप्ताह से अधिक का समय बीत जाने के बावजूद तीरंदाज खाकी के हाथ फैय्याज के हत्यारों के गिरेबां तक नही पहुंच पा रहे है। घटना के खुलासे को लगाई गई तीन टीमें हत्यारों तक पहुंचने में बुरी तरह हांपती हुई दिखाई दे रही है।
विगत 21 अक्टूबर को क्षेत्र के आर्यपुरी देहात निवासी साठ वर्षीय फैय्याज की कस्बे के बाईपास रोड के निकट स्थित ईंट भट्ठे पर अज्ञात हत्यारों ने सिर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृतक इसी भट्ठे पर चौकीदारी का कार्य किया करता था। मृतक के पुत्र इरशाद की ओर से अज्ञात हत्यारों के विरुद्ध घटना का अभियोग पंजीकृत कराया गया था। एसपी शामली अभिषेक झा समेत पुलिस के तमान अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण कर मातहतों को घटना के शीघ्र खुलासे के निर्देश दिए थे। इसके अलावा फॉरेंसिक टीम के द्वारा भी मौके पर पहुंचकर घटना से जुड़े साक्ष्य जुटाए गए थे। हत्याकांड के राजफाश को एसपी ने तीन टीमें गठित की थी। हालांकि 24 दिन का समय बीत जाने के बावजूद फैय्याज हत्याकांड पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। ब्लाइंड मर्डर के खुलासे को लगी टीमें दुनियाभर की खाक छानने के बाद भी खाली हाथ है। मुठभेड़ के दौरान रात के अंधेरे में भी अपराधियों के घुटनों पर अचूक निशाना लगाने वाली खाकी के हाथ हत्यारों के गिरेबां तक नही पहुंच पाए है। मामले में पुलिस कई लोगो को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है, लेकिन नतीजा सिफर है। हत्याकांड के खुलासे को लगी पुलिस की तीनों टीमें हवा में तीर चलाती हुई नजर आ रही है। उधर, घटना के खुलासे के सम्बंध में जानकारी करने के लिए एसपी शामली के सरकारी नंबर पर दो बार कॉल की गई, लेकिन मीटिंग में व्यस्त होने के कारण कॉल उनके पीआरओ के द्वारा रिसीव की गई।