एटा में योगी सरकार की छात्रहितैषी योजना बनी भ्रष्टों की अतिरिक्त कमाई का जरिया।
गोलमाल हैं भई सब गोलमाल हैं ...
स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तीकरण योजना में भारी भ्रष्टाचार।
एटा। उत्तर प्रदेश की संत सरकार आमजन के हित में भले कितनी योजनाओं को संचालित क्यों न करें जब तक भ्रष्टाचारियों पर अंकुश नहीं लगेगा, सारी योजना व्यर्थ समान रहेंगी । क्योंकि निष्पक्षता की नजर से देखा जाये तो सरकार की अधिकांशतः योजनाओं में भ्रष्टाचारी घुन बनकर घुसे हुये हैं। परिणाम शासन से शुरू योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों को मिलने के बजाये हराम की खानें बाले भ्रष्टाचारियों की अतिरिक्त कमाई का जरिया बन कर रह जाती हैं। यहाँ बात कर रहे हैं अपराधियों अबैध कारोबारियों और भ्रष्टाचारियों के लिये काल समान साबित होते सूबे के संत सीएम योगी आदित्यनाथ की छात्रहितैषी सोच से शुरू की गई स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना की, जिसमें गोलमाल की जब भनक मनसुख टाइम्स टीम को लगी तो टीम ने भ्रष्टाचारियों का भांडा फोड़ने को एक गोपनीय पड़ताल अभियान चलाया। बरहाल गोपनीय पड़ताल अभियान में जो सच्चाई निकल कर आई वो आपको भी दंग कर देगी क्योंकि योगी सरकार की योजना के अनुसार छात्रों को स्वामी विवेकानन्द सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत टेबलेट और स्मार्टफोन वितरित किये जाने हैं मगर कुछ चंडाल लोग पात्र छात्रों को स्मार्टफोन न देकर उनका लम्बे समय से बिक्रीकरण कर रहे हैं।