नही थम रहा फोर्थ क्लास कर्मचारी का असला ऑफिस से अपनी केपी कम्प्यूटर की दुकान पे घिराको को भेजने का सिलसिला।
एटा। जनपद एटा का शस्त्र अनुभाग कार्यालय इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है। कलक्ट्रैट परिसर से लेकर पूरे कचहरी इलाके में शस्त्र कार्यालय में हो रही खुली लूट अवैध बसूली की चर्चाऐं आपको सुनने को मिल जायेंगी। इस शस्त्र कार्यालय में चल रही अवैध बसूली सुविधा शुल्क के सम्बन्ध में कई समाचारपत्रों में प्रकाशित हो चुके है। परन्तु इस ओर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। इस कार्यालय का चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जिसे लोग सोवरन सिंह के नाम से बुलाते हैं। खासतौर पर वारिसान लाइसेंस बनवाने वाले लोगों की जेव पर डाका डाला जाता है। इस कर्मचारी ने शस्त्र कर्यालय से लगभग 100 मीटर की दूरी पर अपने साले की दुकान खुलवा रखी है जिस दुकान को के0पी0 कम्प्यूटर के नाम से जाना जाता है। उसी दुकान पर लाइसेंस की फाइल बनवाने के लिये भेज दिया जाता है जहॉ पर फाइल के लिये मनमानी बसूली की जाती है। यदि कोई व्यक्ति किसी ओर दुकान से फाइल बनवा लाये तो शस्त्र कार्यालय से उस फाइल पर अनेकों आपत्तियॉ लगा दी जाती है। अतः आदमी मजबूर होकर के0पी0 कम्प्यूटर पर ही फाइल बनवाने जाता है। आश्चर्य की बात यह है कि एक दशक के अन्दर इस कार्यालय से पाँच लिपिकों का स्थानान्तरण किया जा चुका है। परन्तु जिस चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के माध्यम से पैसे का लेन-देन किया जाता है वह वर्षाै से इस कार्यालय में जमा बैठा है। कोई भी लिपिक लाभार्थी से सीधा पैसा नही लेता है इसी कर्मचारी के माध्यम से लिया जाता है। न्याय प्रिय जिलाधिकारी महोदय को चाहिये कि वह इस प्रकरण की निष्पक्ष जाँच कराये तथा दोषी पाये जाने पर उस कर्मचारी के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करें। ताकि शासन एवं जिला प्रशासन की छवि धूमिल न हो।