विश्व कैंसर दिवस पर दी गई जागरूकता बढ़ाने और रोकथाम की जानकारी

विश्व कैंसर दिवस पर दी गई जागरूकता बढ़ाने और रोकथाम की जानकारी

संवाददाता आशीष चंद्रमौली

बडौत | हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है ,जो पहली बार 2008 में मनाया गया था तथा इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी रोकथाम, पहचान और उपचार को प्रोत्साहित करने के लिए की गई थी | विश्व कैंसर दिवस 2023 की थीम है, क्लोज द केयर गैप।

मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली एवम् नगर के मेडिसिटी हॉस्पिटल में कैंसर रोग विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि ,ओपीडी में दिखाने वाले कुल मरीजों में सर्वाधिक संख्या मुंह व गले के कैंसर के मरीजों की रहती है। दूसरे स्थान पर ब्रेस्ट कैंसर, तीसरे पर सर्वाइकल कैंसर और चौथे स्थान पर ब्लड कैंसर के मरीजों की संख्या रहती है। इसके खाने की नली व बड़ी आंत के कैंसर के मरीज भी रहते हैं। बताया कि,फेफड़े, मुंह व गले के 90 फीसदी कैंसर तंबाकू के सेवन की वजह से होता है।

डा राजेन्द्र कुमार ने बताया कि,पुरुषों में सर्वाधिक मुंह व गले का कैंसर पाया जा रहा है। इसके बाद फेफड़े का कैंसर, बड़ी आंत व खाने की थैली का कैंसर हो रहा है। वहीं, महिलाओं में सर्वाधिक ब्रेस्ट कैंसर और उसके बाद सर्वाइकल कैंसर, मुंह व गले का कैंसर, खाने की नली का कैंसर, पित्त की थैली का कैंसर पाया है।

डा राजेंद्र कुमार ने बताया कि तंबाकू का किसी रूप में सेवन कैंसर कारक है, इससे बचना चाहिए। युवकों में धूम्रपान की वजह से ,तो युवतियों में तंबाकू चबाकर खाने की वजह से मुंह व गले का कैंसर अधिक हो रहा है।

कैंसर के लक्षण

बड़ौत मेडिसिटी हॉस्पिटल के डा राजेंद्र कुमार का कहना है कि, शुरुआती स्टेज पर कैंसर का इलाज कराने पर बेहतर परिणाम मिलते हैं। इसके लिए जागरूकता बहुत जरूरी है। बताया कि, खाना निगलने में परेशानी होना, मुंह में बार-बार छाले होना, खाना अटकना, पेशाब की आदत में बदलाव, पेशाब रुक-रुक कर आना, अनियमित रक्तस्राव, अधिक थकावट लगना, लंबे समय तक खांसी रहना और खांसने पर खून आना, महिलाओं में गंदे पानी की शिकायत, अपच, पेट का फूलना और बच्चों में बुखार लंबे समय तक रहना, शरीर में गिल्टियां होना, वजन कम होना, भूख न लगना शुरुआती लक्षण हैं। इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

*इन बातों का रखें ध्यान*

डा राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि, जीवनशैली को व्यवस्थित रखें।फाइबर वाला खाना व चोकर वाला आटा खाने में इस्तेमाल करें तथा तेल व चिकनाई से बचें।प्रतिदिन 30 मिनट व्यायाम करें। युवतियां सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन 14 से 26 वर्ष की उम्र में जरूर लगवाएं , साथ ही 40 वर्ष की उम्र के बाद स्क्रीनिंग कराते रहना चाहिए।