इटौरा समिति के चुनाव को लेकर ब्राह्मण सभा ने भरी हुंकार

इटौरा समिति के चुनाव को लेकर ब्राह्मण सभा ने भरी हुंकार

कालपी- शुक्रवार को इटौरा सहकारी समिति के चुनांव में हुई गडबडी और प्रशासन की भूमिका को लेकर इटौरा गांव में ब्राह्मण महापँचायत का आयोजन हुआ जिसमे समाज ने इस घटना को अपने बजूद से जोडकर जिम्मेदार के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करने का संकल्प लिया।*

*मालूम हो कि गत 18 मार्च को कदौरा ब्लाक क्षेत्र की इटौरा सहकारी समिति के चुनाव में गड़बड़ी की आशंका को लेकर अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अमित द्विवेदी इतिहास ने विरोध प्रदर्शन किया था उन्होंने सत्ता पक्ष के एक नेता और मौके पर मौजूद प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए थे इतना ही नहीं प्रशासन ने इसी मामले को लेकर अमित इतिहास के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने का भी मामला दर्ज कर लिया था चुनांव में गड़बड़ी इसके बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होने से ब्राह्मण समाज में नाराजगी व्याप्त हो गई थी इसी को लेकर महासभा के जिलाध्यक्ष राजू पाठक ने 24 मार्च को इटौरा गांव में सामाज की महापंचायत करने का ऐलान किया था और इसी को लेकर शुक्रवार को इटौरा गांव में स्थित हीरा रानी गेस्ट हाउस में ब्राह्मण समाज के लोग एकत्रित हुए थे जिसमें मौजूद भाजपा नेता कैलाश स्वरूप बाजपेई ने इस घटना को लेकर प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े किए और कहा जो हुआ लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है और वह इस घटना को लेकर समाज के साथ हैं उनके लिए समाज पहले पार्टी बाद में है इस दौरान मौजूद रामकुमार तिवारी एडवोकेट ने कहाकि यह सब सत्ताधारी दल के एक नेता के इशारे पर प्रशासन द्वारा किया गया था जो ठीक नहीं है इस दौरान विधायक प्रतिनिधि आशीष चतुर्वेदी ने भी इटौरा में हुई इस घटना को लेकर नाराजगी प्रकट कर समाज से एकजुट होने का आवाहन किया और कहाकि अभी नहीं चाहते तो सम्मान सुरक्षित नहीं रहेगा।वही महासभा के जिलाध्यक्ष राजू पाठक ने ऐलान किया कि इस मामले के जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई ना हुई तो इस मामले को लेकर प्रदेश व्यापी आंदोलन करेंगे इसके लिए उन्होंने कहां है कि संचालक पद के प्रत्याशी पूर्व प्रधान अमित इतिहास के खिलाफ कार्रवाई वापस ना हुई तथा उन्हें सहकारी समिति का अध्यक्ष घोषित नहीं किया गया तो इसके परिणाम सत्ताधारी दल के लिए ठीक नहीं होंगे। समाज में इस घटना से पार्टी के प्रति नाराजगी बढ़ रही है। इस दौरान ओम प्रकाश शर्मा,सुदामा दीक्षित,बृज गोपाल द्विवेदी,आशुतोष मिश्रा,देवेन्द्र पाण्डेय,ज्ञानेन्द्र मिश्रा,हरिश्चंद्र दीक्षित,अमित द्विवेदी,सुधाकर चतुर्वेदी,अमित तिवारी उसरगांव सहित कई लोगों ने अपने विचार व्यक्त कर इटौरा में जो हुआ उसके लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया।इस मौके पर गौरव उपाध्याय पूर्व प्रधान बबीना,विनय तिवारी प्रधान मसगाया,सत्यम पाण्डेय,नवनीत मिश्रा प्रधान भेडी,हरी महाराज कठपुरवा,डा0 लक्ष्मी शंकर इटौरा,आर0एन0 शुक्ला, अवधेश बाजपेयी,आर्दश मिश्रा,कन्हैया मिश्रा,आशीष चतुर्वेदी,लवकुश महाराज,अन्नू महाराज पिपराया,पप्पू पाण्डेय इटौरा,प्रेम नारायण,कृष्ण कुमार दीक्षित,राजीव पाण्डेय मल्थुआ सहित दो सैकडा से अधिक विप्र समाज के लोग मौजूद रहे।