सरकारी योजनाओं का लाभ सिर्फ सुविधा कर से नवाजने वालो को

सरकारी योजनाओं का लाभ सिर्फ सुविधा कर से नवाजने वालो को

ब्यूरो महेंद्र राज

यूँ तो केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा निर्बल व गरीब वर्ग के उत्थान हेतु विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है पर लगभग सभी योजनाएं सरकारी अमले की अकर्मण्यता व भ्रष्टतम माहौल के कारण धूल धूसरित होती नजर आ रही है। फिर चाहे वो प्रधानमंत्री आवास योजना, बृद्धा व विधवा पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जन कल्याण अन्न योजना या आम जन को राहत देने हेत सरकार द्वारा चलाई जा अन्य योजनाएं। लगभग हर विभाग में भ्रष्ट अधिकारियों व विभागों के बाहर कमीशन प्रतिशत के आधार पर काम कराने वाले बिचौलियों का ही बोलबाला है।सूत्रों के अनुसार इसका बड़ा अंश सक्षम कार्यदायी अधिकारी को जाता है व उक्त बिचौलिए संबंधित अधिकारी के लिऐ ही काम करते हैं।
ताजा मामला विकास खंड बीघापुर के ग्राम खरझारा का प्रकाश मे आया है।ग्राम निवासी मनरेगा श्रमिक लल्लू ने वर्ष 2021 मे अपनी पुत्री के विवाह हेतु सरकार द्वारा मिलने वाले अनुदान हेतु विवाह से 2 माह पूर्व आवेदन

किया था।उक्त आवेदन हेतु बिचौलिया द्वारा प्रार्थी से 1000/रु भी लिया गया था।विवाह का समय नकदीक आने पर भी प्रार्थी को उक्त सहायता नहीं मिल सकी।

ऐन केन प्रकारेंण़ प्रार्थी ने अपनी पुत्री का विवाह निकट संबंधियों से आर्थिक सहायता लेकर संपन्न कराया।लोगों से ली गई आर्थिक सहायता के निस्तारण हेतु प्रार्थी श्रम कार्यालय उन्नाव के चक्कर काटता रहा।काफी प्रयास के बाद प्रार्थी के आवेदन को देखने पर मालूम हुआ कि तत्कालीन सक्षम अधिकारीने प्रार्थी को लाभ मिलने हेतु अपात्र ठहरा दिया है वो भी मात्र कपोल कल्पित टेलीफोनिक मनगढंत वार्ता के आधार पर।

सूत्रों व प्रार्थी की मानें तो योजना का लाभ लेने हेतु वांक्षित प्रतिशत सुविधा कर दे पाने की अस्मर्थता के कारण़ ही प्रार्थी को इस योजना के लाभ से वंचित रख अपात्र घोषित किया गया है।कर्जदारों के उलाहने से आजिज प्रार्थी मानसिक अवसाद मे अर्ध-विक्षिप्त सा होकर जिला श्रम कार्यालय के चक्कर काट अपनी मासूम पुत्री के वैवाहिक जीवन को सुचारू करने हेतु प्रयासरत है।