पुलिस पर धाराओं में खेल करने का आरोप मृतक के परिजनों ने डीएम एसएसपी का किया घेराव आश्वासन के बाद हुए शांत,,,,, तहसील समाधान दिवस में पहुंचे डीएम एसएसपी की गाड़ी के आगे लेट गए मृतक के परिजन 302 की जगह धारा 304 लगाने का पुलिस पर लगाया आरोप।

पुलिस पर धाराओं में खेल करने का आरोप मृतक के परिजनों ने डीएम एसएसपी का किया घेराव आश्वासन के बाद हुए शांत,,,,, तहसील समाधान दिवस में पहुंचे डीएम एसएसपी की गाड़ी के आगे लेट गए मृतक के परिजन 302 की जगह धारा 304 लगाने का पुलिस पर लगाया आरोप।


  मवाना ब्यूरो इसरार अंसारी। तहसील क्षेत्र के थाना हस्तिनापुर के एक गांव में शुक्रवार की देर रात दो पक्षों के बीच कहासुनी होने के बाद। देखते ही देखते मामूली कहासुनी खूनी  संघर्ष में बदल गई और जमकर लाठी डंडे और धारदार हथियार चले। इस खूनी संघर्ष में चार लोग घायल हो गए जिसमें एक व्यक्ति की उपचार के दौरान मौत हो गई पीड़ित परिजनों में मृतक के पुत्र पूर्व प्रधान सचिन ने थाने में तहरीर देने के बाद धारा 302 के बजाय 304 जाने का आरोप लगाते हुए गुस्साए ग्रामीणों ने हस्तिनापुर थाना पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मवाना तहसील समाधान दिवस में पहुंचे डीएम दीपक मीणा एसएसपी रोहित सिंह साजवाण का घेराव करते हुए आरोपियों पर दर्ज मुकदमे में 302 धारा लगाने की मांग करने लगे जिस पर एसएसपी के द्वारा धारा लगाने के आश्वासन पर परिजन शांत हुए। बता दें कि हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के गांव गुढ़ा में दो पक्षों में कहासुनी होने के बाद मामला खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया जिनमें एक पक्ष के पूर्व प्रधान सचिन पुत्र सतपाल गौरव पुत्र सतपाल रविंद्र पुत्र सतपाल घायल हो गए थे। जिसमें पूर्व प्रधान सचिन के पिता सतपाल की हालत गंभीर होने के चलते मेरठ रेफर कर दिया गया जहां शुक्रवार देर रात उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही गांव में कोहराम मच गया। इसी को लेकर गुस्साए ग्रामीण शनिवार को तहसील दिवस पर लोगों की समस्याएं सुनने पहुंचे डीएम और एसएसपी का घेराव किया इस दौरान डीएम और एसएसपी ने संबंधित अधिकारियों को जांच कर कार्यवाही के आदेश दिए तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ। वहीं मृतक के बेटे पूर्व प्रधान सचिन की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। लेकिन पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस ने धाराओं में खेल कर दिया। आरोप है कि पुलिस ने 302 की जगह 304 धारा लगा दी है। इसी को लेकर मृतक के परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे एसएसपी रोहित सिंह साजवाण के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ।