अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है गौशाला मधुकर पुर चौबे डिवली डिहा चौबे

अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है गौशाला मधुकर पुर चौबे  डिवली डिहा चौबे
अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है गौशाला मधुकर पुर चौबे  डिवली डिहा चौबे

 सिद्धार्थ नगर से संवाददाता पंकज श्रीवास्तव की रिपोर्ट

भनवापुर ब्लॉक के मधुकर पुर चौबे गौशाला में हैं कुल 49 गौमाता जिनके खाने पीने व उठने बैठने का नहीं है कोई प्रबंध

गौशाला में भूसा रखने का स्थान काफी नीचा होने के कारण बाढ़ से गौशाला का भूसा गया है एकदम से सड़

गौशाला में 49 गौमाताओं को खाने के लिए हरा चारा का नहीं है कोई प्रबंध और न ही चारा काटने की है इलेक्ट्रिसिटी मशीन

गौशाला में 49गौमाताओं को खाने के लिए नहीं है छठाक भर चूनी चोकर, खली, राईस ब्रान व पशु आहार

गौशाला में 49 गौमाताओं को खाने के लिए हरे चारा व चूनी चोकर, खली , राईस ब्रान व पशु आहार के बिना दिया जाता है केवल रूखा सूखा भूसा

गौशाला में 49 गौमाताओं को केवल रूखा सूखा भूसा खाकर ही करना पड़ता है जीवन यापन

गौशाला में 49 गौमाताओं को शुद्ध, स्वच्छ व ताजा पीने हेतु जल का नहीं है कोई प्रबंध

गौशाला में 49 गौमाताओं को 04-05 दिन पूर्व भरे हुए जल को पीकर बुझानी पड़तीं है आपनी प्यास

गौशाला का देख भाल करने वाले राधेश्याम व माया देवी ने बताया कि04-05 दिन पर बदला जाता है टंकी का पानी 

गौशाला में 49 गौमाताओं की इस हांड कंपा देने वाली ठंडी में सिकुड़- सिकुड़ बिना पुआल के कट रही है दिन व रात्रि

गौशाला के बाउंड्री का बिना RCC पिलर के व 04 ईंच मोटी कराया गया है निर्माण

गौशाला का देख भाल करने वाले राधेश्याम यादव व माया देवी दोनों लोगों ने बताया कि हमको नहीं मिला पिछले 09 माह से तनख्वाह के नाम पर एक पैसा

गौशाला में 49 गौमाताओं को रात्रि में देख भाल करने वाला कोई नहीं रहता

बाढ़ आ जाने से बाउंड्री के अन्दर तड़प तड़प कर मर गयीं थीं आधा दर्जन से अधिक गौमाता "ग्रामीणों का आरोप "

बाढ़ में गौशाला के मुख्य दरवाजे पर लगा हुआ था ताला 

जिससे बाउंड्री के अन्दर पानी में तड़प तड़प कर मर गयीं थीं आधा दर्जन से अधिक गौमाता अगर गेट पर ताला नहीं लगा रहता तो नहीं मरती कोई गौमाता ग्रामीणों का आरोप

गौशाला में मरे हुए गौमाताओं को बाउंड्री के बाहर फेंक दिया जाता है जिससे हमेशा दुर्गन्ध आता है व संक्रामक बिमारियाँ फैलने की बनी रहती है अंदेशा ग्रामीणों का आरोप

गौशाला में 49गौमाताओं के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए B D O भनवापुर धनंजय सिंह को फोन करने पर उन्होंने बताया कि वहाँ तैनात सचिव सस्पेंड हो गए थे इधर किसी सचिव की तैनाती नहीं थी इसलिए समस्या थी जल्द ही व्यवस्था दुरूस्त करायेंगे