यूपीएफसी की महिला बाबू रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार
पूर्व सैनिक को सर्टिफिकेट देने के लिए 10 हजार रुपए मांगे थे
मेरठ। थाना सिविल लाइन क्षेत्र में एंटी करप्शन की टीम ने यूपीएफसी के प्रभारी कुसुमलता को आठ हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। कुसुमलता ने एक पूर्व सैनिक को एक सर्टिफिकेट जारी करने के लिए 10 हजार रुपए की मांग की थी लेकिन सौदा 8000 में तय हुआ था। बुधवार को पूर्व सैनिक जब महिला क्लर्क को रिश्वत के 8000 देने जा रहा था। तभी एंटी करप्शन की टीम ने मौके पर महिला क्लर्क को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया।
दरअसल पूर्व सैनिक राजेन्द्र सेमवाल मूल रूप से चमोली जिले के मूल निवासी हैं। उन्होंने बताया कि लैंड यूज चेंज कराने के लिए उत्तर प्रदेश वित्त निगम से जमीन के कागजात की प्रति लेने के लिए राजेंद्र प्रसाद पिछले काफी दिनों से यूपीएफसी ऑफिस के चक्कर काट रहे थे।
राजेंद्र प्रसाद सेमवाल आइटीबीपी से रिटायर्ड हेड कांस्टेबल है। उन्होंने बताया की 1999 में यूपीएफसी के 500 स्क्वायर फुट का कोल्ड स्टोर की जमीन खरीदी थी। कोल्ड स्टोर की 200 स्क्वायर फुट जमीन को आईएफसी ने अन्य किसी को दे दिया। इसी जमीन के कागजात की प्रति लेने के लिए राजेंद्र प्रसाद पिछले काफी दिनों से यूपीएफसी ऑफिस के चक्कर काट रहे थे।
कुसुमलता ने कागज देने के लिए राजेंद्र प्रसाद से आठ हजार की मांग की। राजेंद्र प्रसाद ने एंटी करप्शन को मामले की जानकारी दी। बुधवार को एंटी करप्शन की टीम ने पांडव नगर स्थित ऑफिस में पहुंचकर कुसुमलता को आठ हजार की नकदी के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। सिविल लाइन थाने में कुसुमलता के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का मुकदमा दर्ज किया गया है।कुसुम लता यूपीएफसी विभाग में लिपिक है। फिलहाल उन पर यूपीएफसी प्रभारी का चार्ज भी है।
पूर्व सैनिक ने बताया कि इसी सर्टिफिकेट को देने के एवज में महिला क्लर्क ने दस हजार रुपये की मांग की गई थी। पूर्व सैनिक राजेन्द्र सेमवाल ने बताया कि उन्होंने काफी निवेदन भी किया कि मैडम उन पर रहम करें। सौदा होते.होते महिला क्लर्क 8000 रुपये लेने के लिए मान गई। बुधवार को 8000 देने के लिए राजेश सेमवाल दफ्तर आने से पहले उन्होंने एंटी करप्शन को कुसुमलता की इस हरकत की सूचना दी। जिसके बाद महिला क्लर्क ने जब उनसे पैसे लिए एंटी करप्शन की टीम मौके पर पहुंची और उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।