चित्रकूट -25 तारीख को होने जा रहा है चित्रकूट में वानर सेना का भव्य सम्मेलन।

चित्रकूट -25 तारीख को होने जा रहा है चित्रकूट में  वानर सेना का भव्य सम्मेलन।

प्रदेश अध्यक्ष सहित अन्य सदस्यों द्वारा चित्रकूट आकर कार्यक्रम स्थल का किया गया निरीक्षण।

इन दिनों सोशल मीडिया के माध्यम से गरीब दुखियों की मदत करने का जो सार्थक प्रयास एक संगठन द्वारा चलाया जा रहा वो शायद ही अब तक किसी भी संगठन द्वारा किया गया हो। जी हां हम बात कर रहें है अजीत प्रताप जी की देवदूत बानर सेना के बारे में। मदत करने का जो जुनून जो जज्बा इस संगठन के सदस्यों के अंदर देखने को मिल रहा है वो सायद ही कही और देखने को मिलेगा। आज के समय में जहा हर संगठन का अपना एक एजेंडा है वही इस संगठन का एजेंडा सिर्फ और सिर्फ मानवता के लिए समर्पण है।

वैसे तो पूरे देश में देवदूत वानर सेना के सदस्य सक्रिय है और संख्या लगातार बढ़ती जा रही है लेकिन चित्रकूट में इन दिनों संगठन की चहल पहल ज्यादा हो रही है।ये चहल-पहल है 25 अगस्त को चित्रकूट में होने वाले विशाल देवदूत वानर सेना के बानरो के सम्मेलन की।

जिलाध्यक्ष हर्षवर्धन सिंह जी ने बताया की आने वाले 25 अगस्त को चित्रकूट में देवदूत बानर सेना का विशाल सम्मेलन रखा गया है जिसे सार्थक बनाने के लिए इन दिनों लगातार जिले के पदाधिकारियों द्वारा मेहनत की जा रही है।

वही कार्यक्रम को लेकर जितना जिला कमेटी सक्रिय दिखाई दे रही है उतना ही प्रदेश कमेटी भी सक्रिय है शायद इसीलिए होने वाले कार्यक्रम को लेकर और कार्यक्रम स्थल का जायजा लेने के लिए प्रदेश अध्यक्ष सहित प्रदेश कमेटी के अन्य सदस्यों द्वारा चित्रकूट में जिला कमेटी के पदाधिकारियों से मुलाकात कर बैठक हुई थी।

वही बैठक मे प्रदेश अध्यक्ष दुर्गेश सिंह जी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि

 _"किसी भी चीज की रचइता प्रकृति होती है जब प्रकृति किसी चीज को रचना चाहती है तो रच डालती है और जब विनाश करना होता है तो उसका कोई कारण नही होता।इसी प्रकार जब कोरोना काल चल रहा था जब विपत्ति थी जब विनाश चल रहा था तब प्रकृति ने एक नया अंकुर डाला और उसका संरक्षक चुना हमारे गुरु अजीत प्रताप जी को उन्होंने जो सोच दी वो सोच आज इतना विकराल रूप ले चुकी है की अगर हम उन्हें जड़ कहें तो हम भी उसकी पत्तियां है,और आप जैसी सब पत्तियां मिलती हैं तब उस पेड़ का विकास होता है वो वृक्ष और विकराल होता है हम रहेंगे नही रहेंगे नयी पत्तियां आयेंगी फिर पतझड़ आयेगें फिर कोई आयेगा पर ये सोच सदैव जीवित रहेगी।और ये सोच ऐसी है जो हमें हमारे पूर्वजों ने पहले से दे रखी थी हमें जगाया गया है हमें एक गहरी नींद से जगा दिया गया गया झकझोर दिया गया है काम तो हम वहीं कर रहें है जो हमारे पूर्वजों ने हमें सिखाया है। और वानर सेना सहायता करने का नाम नहीं है वानर सेना है साथ देने का। आपसे सहायता नहीं आपसे साथ मांगा जा रहा है की अगर मैं मुसीबत मे हू और आप मेरे साथ खड़े हो जाते हैं तो जो संबंध मिलता है वो आपके सहायता से नही मिलता हो सकता है मैं अपनी सहायता स्वयं कर लू पर जो आपका साथ मिलेगा तो मेरे लिए सबकुछ बहुत आसान हो जायेगा उन्होंने एक श्लोक के द्वारा बताया की प्रकृति ही सबकुछ करती है करवाती है, ये तो हम है आप है की हमने आपकी मदत कर दी करवा दी आपने हमारी मदत कर दी करवा दी किसी ने किसी की मदत की नहीं है आदमी इतना तुच्छ है खुद अपनी मदत नहीं कर सकता समय आने पर उसको दूसरे की मदत की आवश्यकता होती है, प्रकृति करवाती है अगर मुझसे किसी की मदत करवा रही है तो मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि मुझे चुना गया है इस काम के लिए मैं सौभाग्यशाली हू की मैं वानर सेना का प्रतिनिधि बनकर आप सभी लोगो से यहा मिलने आया हू इस चित्रकूट की पावन धरती जहां तुलसी दास जी को हनुमान जी ने स्वयं दर्शन दिया था मुझे भी आप जैसे वानरों मे साक्षात हनुमान जी के दर्शन हो गये मैं बहुत भाग्यशाली हूं की मुझे प्रथम प्रयास में ही ये दर्शन मिल गया। वानर सेना अपने आप में एक बहुत बड़ी क्रांति है आगे आने वाले समय में मुझे विश्वास है कि आप जैसे सकारात्मक सोच वाले लोग मिलेंगे और इसी सकारात्मकता के साथ एक नयी उम्मीद पैदा होगी उन लोगो के लिए जो सोचते हैं की अगर कोई मुसीबत में तो उसकी मदत सरकार करेगी, कोई व्यवस्था बिगड़ी है तो सरकार सुधारे सरकार नहीहम और आप मिलकर एक साथ जब चलेंगे तब व्यवस्था सुधरेगी हम और आप मिलकर चलेगें तब व्यवस्था बनेगी। इस विचार के साथ जब हमारे संरक्षक ने ये बीज डाला तब उनको भी शायद ये उम्मीद नहीं रही होगी की यह एक दिन इतना विशाल बन जायेगी।

 बैठक में प्रदेश कमेटी से प्रदेश अध्यक्ष दुर्गेश सिंह, तथा शरद कुमार सिंह -प्रदेश सचिव एवं रमेश सिंह - प्रदेश अध्यक्ष शिक्षा प्रकोष्ठ और बलवन्त सिंह - विधि प्रभारी वा राजा सिंह -युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शामिल रहे वही जिला कमेटी की तरफ से जिलाध्यक्ष- हर्षवर्धन सिंह, मात्रशक्ति जिलाध्यक्ष तृप्ती तिवारी, जिला महामंत्री पुष्पराज सिंह, जिला उपाध्यक्ष-विजय बहादुर सिंह,जिला मीडिया प्रभारी -रामेन्द्र सिंह, जिला उपाध्यक्ष - रावेन्द्र यादव, आदित्य रघुवंशी, प्रकाश सिंह, राहुल सिंह, अनिल द्विवेदी, स्वयं प्रकाश मिश्र, दीपक सिंह, शक्ति सिंह, कामेन्द्र सिंह, शानू तिवारी, गोलू सोनकर, समीर विश्वकर्मा सहित कई देवदूत शामिल रहें।

वही अगर बात करे चित्रकूट में होने जा रहे 25 अगस्त के सम्मेलन की तो बानर सेना के संस्थापक अजीत प्रताप सिंह के साथ पूरी कमेटी तथा मुख्य अतिथि के रूप में धनंजय सिंह पूर्व सांसद इस महासम्मेलन में भाग लेगे।

इसके पहले भी कई सम्मेलन हो चुके जिसमें पहला सम्मेलन लखनऊ फिर जौनपुर और मुंबई हुआ है इस बार अगला कार्यक्रम चित्रकूट में 25 अगस्त को किशोर रिसोर्ट में होने जा रहा है तो आईये एक साथ मिलकर मानवता की रक्षा के लिए इस कार्यक्रम को सफल बनाते है।