राष्ट्र कल्याण की कामना के साथ सामवेद पारायण महायज्ञ संपन्न

राष्ट्र कल्याण की कामना के साथ सामवेद पारायण महायज्ञ संपन्न

संवाददाता मनोज कलीना

बिनौली।जिवाना गुलियान के नीलकंठ आश्रम में प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में चल रहा पांच दिवसीय सामवेद पारायण महायज्ञ रविवार को पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुआ, जिसमें कई प्रांतों से आए श्रद्धालुओं ने आहुति देकर राष्ट्र कल्याण की कामना की। 

इस अवसर पर नीलकंठ आश्रम पीठाधीश सिद्धगुरु महाराज ने श्रद्धालुओं को उपदेश देते हुए कहा कि, मनुष्य को जीवन मे पाप कर्म से बचना चाहिए तथा अधिक से अधिक श्रेष्ठ कर्म करने चाहिए। जो भक्तजन यज्ञ में आहुति प्रदान कर रहे हैं, वो बड़े सौभाग्यशाली हैं। उन्होंने कहा गुरु सेवा बड़े पुण्य कर्मों से मिलती है। ऐसे ही यज्ञ कर्म भी बहुत शुभ कर्मों के उपरांत करने को मिल पाता है। उन्होंने कहा कि सद्गुरु कृपा से ही भक्त का आत्मकल्याण होता है।

 वैदिक विद्वान आचार्य विनोद कुमार, आचार्य अमित शास्त्री व आचार्य अंकुर भारद्वाज ने भी वेदोपदेश दिया। आयोजन में हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान, महाराष्ट्र आदि प्रांतों से बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने आहुति देकर राष्ट्र कल्याण की कामना की। इस अवसर हुए भंडारे में श्रद्धालुओं ने प्रसाद गृहण किया।