नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की -- पूजा स्तुति दीदी के श्रीमुख श्रीमद्भागवत कथा का संगीतमय कार्यक्रम

नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की -- पूजा स्तुति दीदी के श्रीमुख श्रीमद्भागवत कथा का संगीतमय कार्यक्रम

संवाददाता आशीष चंद्रमौली

बडौत। श्री रामचरित मानस प्रचार समिति के तत्वाधान में श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन व्यासपीठ पर विराजमान पूजा स्तुति दीदी ने घटघट वासी नारायण के वामन अवतार व श्री कृष्ण के जन्म की अमृतरसमयी कथा सुनाई ।

व्यासपीठ से स्तुति दीदी ने बताया कि श्री कृष्ण ने वसुदेव व देवकी के आठवीं संतान के रूप मे मथुरा की कारागार में जन्म लिया। इससे पहले कंस ने उनके सभी नवजात शिशुओं की हत्या कर दी थी। कारागार में बंदी वसुदेव और देवकी के यहां जिस समय श्रीकृष्ण ने जन्म लिया, उनके सभी बंधन खुल गए और वसुदेव उन्हें लेकर नंद गांव में नंद के यहां चले गए। वहीं पर श्री कृष्ण जी का यशोदा व नंद जी के द्वारा उनका लालन-पालन किया गया। सभी श्रद्धालु "नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की" गानों पर जमकर नृत्य किया तथा भगवान श्री कृष्ण का जन्म बड़े ही धूमधाम से मनाया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ आरती के माध्यम से किया गया जिसमें संगीतमय कथा सुनकर भक्तजन भावविभोर हो गए। भक्तों से खचाखच भरे फार्म हाउस में भगवान के विभिन्न अवतारों के बारे में भक्तों ने ज्ञान प्राप्त किया। कथा के समापन पर पं कुंदन भारद्वाज द्वारा महा आरती का आयोजन किया गया, जिसमें पं कुंदन भारद्वाज, पं सीताराम शास्त्री,पं संजीव शर्मा, अजय राज शर्मा, आनंद वर्मा,  संजय वर्मा, गुंजन शर्मा, देवेंद्र गुप्ता, दीपांशु वर्मा, सत्येंद्र गुप्ता ,देवेंद्र कुमार,  सतीश मित्तल, संजीव कुमार, सुनील अरोरा, देवदत्त कौशिक, पूजा शर्मा, सरोज अरोड़ा,  पूनम गुप्ता, शशिकांत शर्मा ,अंजली तोमर सहित श्रद्धालुओं का सहयोग रहा।