किसानो के एक साल के धरना आंदोलन से एक वैचारिक काॗंति आईहै। राकेश टिकैत
उरई। किसानों नेएक साल से अधिक दिल्ली में एमएसपी के खिलाफ आंदोलन चलाकर सरकार को तीनों काले कानून वापस लेने के लिए मजबूर कर दिया| इस किसानों के धरना आंदोलन में एक वैचारिक क्रांति आई है आपचाहे देश के बच्चे बच्चे से पूछ लो | यह विचार भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आजदेरशामएक विवाह घर मे पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे| वे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव राजवीर सिंह जादौन की बेटी की शादी मे शिरकत करने आऐ थे
एक सवाल के जवाब में श्री टिकैत ने कहा की आजादी के देश के लोगों ने 90 साल से अधिकसमय तक आंदोलन चलाया कहीजाकर आजादी मिली| उन्होंने कहा के इसी तरह किसानों को अपनी मांगों को लेकर देश में एक बार फिर बड़ा वैचारिक आंदोलन करना पड़ेगा| उन्होंने कहा कि जिस तरह से खेत में अधिकारी और बुवाई न की जुताई और बुआई नाकी जाऐ तो खेत बंजर पडजाताहै| इसलिऐ| किसानो को अपने खेतकी और अपनेहितो की रक्षाके लिऐ जागरुक रहना पडेगा| उन्होंने आगाह किया यह सरकार आगे आने वाले समय में देश के साप्ताहिक बाजार बंद करवा देगी इससे देश के साडे 4 करोड़ छोटी दुकानें बंद हो जाएंगी और इससे 20 करोड़ों लोग प्रभावित होंगे| उन्होंने कि सरकार दुनिया भर के विदेशी कंपनियों को देश में ला रही है जोकि विदेशी कंपनियों के लिए भारत एक बहुत बड़ा बाजार है जो कि इस की जनसंख्या बहुत ज्यादा है इसलिए दुनिया के तमाम देशों की नजरें भारत के बाजार में लगी हुई किसानों को इससे सावधान रहना उसे अपनी जमीन किसी भी कीमत में नहीं बेचनी है क्योंकि आगे चलकर यह साजिश भी होगी उन्होंने के आंदोलन में अगर किसान इस तरह से एकजुट ना होता तो यह वैचारिक क्रांति ना होती और सरकार ने चुकी होती है उन्होंने कहा सरकार ने किसानों संगठनों को तोड़ने की रणनीति बनाई हुई है यदि किसान इतना मजबूती से खड़ा ना होता किसान संगठनों को यह सरकार खत्म कर देती किसानों को इस साजिश से सावधान रहना होगा| देश में मोदी सरकार की तानाशाही चल रही है इससे निपटने के लिए सैनिकों को अपने टैंक किसानों को अपने ट्रैक्टर और युवाओं को ट्विटर पर ध्यान रखना होगा उन्होंने याद दिलाया कि बुंदेलखंड की यही क्रांतिकारी रहती है देश में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी की यात्रा में भारतीय किसान यूनियन ने पथराव कर जालौन जिलेमे यात्रा को रोक दिया था| उन्होंने कहा किसानों को एक बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहना चाहिए| इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव राजवीर सिंह जादौन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलराम सिंह लम्बरदार, जिला अध्यक्ष डाव्दुजेन्दॗ सि़ह निरंजन पॗमुख रुप से मौजूद रहे|