चकबंदी कार्यों में लापरवाही पर डीएम सख्त, एक लेखपाल निलंबित, दूसरे का रुका वेतन।

चकबंदी कार्यों में लापरवाही पर डीएम सख्त, एक लेखपाल निलंबित, दूसरे का रुका वेतन।

चित्रकूट:

चकबंदी कार्यों में लापरवाही को लेकर जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन ने गुरुवार को कड़ा रुख अपनाया। कलेक्टरेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान डीएम ने चकबंदी लेखपाल अयोध्या प्रसाद को निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए। वहीं, बैठक में अनुपस्थित रहे चकबंदी लेखपाल महेंद्र नाथ वर्मा का जनवरी माह का वेतन रोकने के आदेश दिए।

बैठक में जिलाधिकारी ने चकबंदी के महत्वपूर्ण कार्यों, जैसे नक्शा तरमीम, खसरा पड़ताल, प्रारूप-2, धारा-52, धारा-27, धारा-9, धारा-41 एवं 42 की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध तरीके से सभी कार्य पूरा करने का निर्देश दिया।

जिलाधिकारी ने कहा, "शासन द्वारा निर्धारित प्रारूप 1 से 9 तक की रिपोर्ट समय पर भेजी जाए। चकबंदी अधिकारी और सहायक चकबंदी अधिकारी क्षेत्र का दौरा कर कार्यों का सत्यापन सुनिश्चित करें।" साथ ही, उन्होंने कोर्ट में लंबित मामलों के शीघ्र निस्तारण और गांवों में कब्जा परिवर्तन के कार्य को प्राथमिकता देने पर जोर दिया।

उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि गांवों में आयोजित जन चौपालों में सभी आवश्यक अभिलेख उपलब्ध रहें और चकबंदी कार्यालय में ई-ऑफिस प्रणाली को प्रभावी तरीके से लागू किया जाए।

बैठक में अपर जिलाधिकारी न्यायिक, उपसंचालक चकबंदी राजेश प्रसाद, बंदोबस्त अधिकारी मनोहर लाल वर्धन सहित संबंधित अधिकारी, सहायक चकबंदी अधिकारी, कानूनगो और चकबंदी लेखपाल उपस्थित रहे।

जिलाधिकारी के सख्त रवैये से साफ है कि शासन द्वारा निर्धारित चकबंदी कार्यों में अब किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।