800 मेगावाट सोलर पार्क परियोजना का भूमि पूजन, चित्रकूट को मिलेगी सस्ती और हरित ऊर्जा।

800 मेगावाट सोलर पार्क परियोजना का भूमि पूजन, चित्रकूट को मिलेगी सस्ती और हरित ऊर्जा।

मऊ, चित्रकूट: ऊर्जा आत्मनिर्भरता और हरित विकास की दिशा में जनपद चित्रकूट ने एक बड़ा कदम बढ़ाया है। मानिकपुर विधायक अविनाश चंद्र द्विवेदी एवं जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन ने सोमवार को 800 मेगावाट अल्ट्रा मेगा सोलर पावर पार्क परियोजना के लिए भूमि पूजन किया। यह परियोजना ₹4700 करोड़ की लागत से स्थापित की जा रही है और इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, साथ ही उत्तर प्रदेश को सस्ती एवं स्वच्छ बिजली की आपूर्ति होगी।

3600 एकड़ भूमि पर बनेगा प्रदेश का बड़ा सोलर पार्क

मानिकपुर विधायक अविनाश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि 15 गांवों में 3600 एकड़ भूमि इस परियोजना के लिए चिन्हित की गई है, जिसमें से 2350 एकड़ निजी भूमि एवं 1250 एकड़ सरकारी भूमि शामिल है। अब तक 3271 एकड़ भूमि का अनुबंध पूरा हो चुका है, जबकि शेष भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा, "किसानों को उनकी भूमि के बदले उचित मुआवजा दिया जा रहा है। साथ ही, किसानों के साथ किए गए अनुबंध के तहत हर तीसरे वर्ष 5% किराया वृद्धि होगी, जिससे उन्हें लगातार लाभ मिलेगा।"

विधायक ने यह भी स्पष्ट किया कि कुछ किसानों ने अब तक जमीन देने से इनकार किया है, जिससे करीब 200 एकड़ भूमि का अधिग्रहण अधूरा है। उन्होंने कहा कि अगर यह भूमि भी मिल जाती है, तो परियोजना की प्रगति और तेज हो सकेगी।

रोजगार और आर्थिक विकास को मिलेगी नई गति

जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन ने कहा कि टुस्को (TUSCO) द्वारा संचालित यह परियोजना जनपद के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार इस तरह की परियोजनाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे प्रदेश में हरित ऊर्जा को बल मिलेगा और नए निवेश के अवसर भी पैदा होंगे।"

उन्होंने यह भी बताया कि यह परियोजना स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगी। इसके अलावा, बरगढ़-मानिकपुर क्षेत्र में यह एक सकारात्मक संदेश देगा और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को भी गति मिलेगी।

किसानों को नहीं होगा कोई नुकसान

भूमि अधिग्रहण को लेकर उठ रही शंकाओं को दूर करते हुए जिलाधिकारी ने किसानों से अपील की कि वे किसी के बहकावे में न आएं। उन्होंने आश्वासन दिया कि "यह परियोजना किसानों के हित में है और उनके साथ किए गए सभी अनुबंध पारदर्शी तरीके से पूरे किए जाएंगे। भूमि स्वामियों पर कोई दबाव नहीं डाला जाएगा।"

भविष्य में क्या होगा फायदा?

स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

सस्ती और हरित ऊर्जा से प्रदेश को लाभ मिलेगा।

कृषि क्षेत्र के विकास के लिए अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध होंगे।

ग्रामीण इलाकों में आधारभूत संरचना का विस्तार होगा।

अधिकारियों की मौजूदगी

भूमि पूजन के दौरान अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) उमेश चंद्र निगम, उप जिलाधिकारी मऊ सौरभ यादव, पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवल किशोर मिश्र सहित कई अन्य अधिकारी एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

निष्कर्ष

800 मेगावाट का यह अल्ट्रा मेगा सोलर पावर पार्क चित्रकूट को आर्थिक और ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने वाला एक ऐतिहासिक कदम है। यह परियोजना किसानों, निवेशकों, पर्यावरण और स्थानीय समुदाय सभी के लिए फायदेमंद साबित होगी। अगर यह परियोजना अपने निर्धारित समय में पूरी हो जाती है, तो उत्तर प्रदेश अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में एक मिसाल कायम करेगा।