एकमात्र यज्ञ करने से ही मानसिक शांति संभव :सिद्धगुरु

एकमात्र यज्ञ करने से ही मानसिक शांति संभव :सिद्धगुरु

संवाददाता मनोज कलीना

बिनौली | जिवाना गुलियांन के नीलकंठ आश्रम में प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में चल रहे पांच दिवसीय अथर्ववेद पारायण महायज्ञ के तीसरे दिन उपदेश देते हुए सिद्धगुरु महाराज ने कहा कि, एकमात्र यज्ञ ही वह साधन है जिसके करने से मानसिक शांति के साथ साथ शारीरिक क्षमता भी बढ़ती है। 

यज्ञ के ब्रह्मा आचार्य अमित शास्त्री ने यज्ञ की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, यज्ञ करने से वायु, जल और पर्यावरण की शुद्धि होती है। आचार्य चंद्रमणि व अंकुर भारद्वाज ने ईश भक्ति से ओतप्रोत भजन प्रस्तुत किये तथा सस्वर वेदपाठ किया। तन्मय माधोलकर सपत्नीक यज्ञमान रहे। यज्ञ में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने आहुतियां देकर पुण्यार्जन किया |