आश्रम पंचतीर्थी वार्षिक महोत्सव के अंतर्गत स्वामी श्री रामदेव जी महाराज के अध्यक्षता में चल रही कथा श्री धाम वृंदावन से पधारे
थानाभवन:आश्रम पंचतीर्थी वार्षिक महोत्सव के अंतर्गत स्वामी श्री रामदेव जी महाराज के अध्यक्षता में चल रही कथा श्री धाम वृंदावन से पधारे श्रीमद्भागवत के मधुर प्रवक्ता स्वामी श्री सुबोधानंद उदासीन जी के मुखारविंद से कल कल प्रभावित हो रही है आज की कथा के दूसरे दिन के प्रसंग में महाभारत की कथा भीष्म स्तुति कुंती स्तुति श्री कृष्ण द्वारका गमन परीक्षित जी का जन्म श्रृंगी ऋषि का श्राप सुखदेव जी का आगमन आदि आदि कथा संपन्न हुई सभी प्रभु प्रेमी एवं कथा को बड़े ही मनो उत्साह एवं भाव विभोर हो कर सुन रहे हैं
व्यास जी ने बताया श्रीमद् भागवत कथा श्रवण एवं दर्शन मात्र से ही भक्तों को मुक्ति मिल जाती है
सन्मुख होई जीव मोहि जबहीं,जन्म कोटि अघ नासहिं तबहीं".
परमात्मा अपनी वाणी से सिद्ध कर रहे हैं जो भी व्यक्ति जिस रूप में भी मुझको भजता है उसको मैं शीघ्र अति शीघ्र पापों से मुक्त कर कर मुक्ति प्रदान करता हूं ,,,