गांव में लाल निशान लगने से ग्रामीणों में मचा हडकंप

गांव में लाल निशान लगने से ग्रामीणों में मचा हडकंप
टोल प्लाजा को गांव की सीमा से बाहर बनवाए जाने की लगाई गुहार
पटनी परतापुर के सैंकडों ग्रामीणों ने डीएम को सौंपा प्रार्थना पत्र

शामली। मेरठ-करनाल हाइवे स्थित लक्ष्मणपुर मजरा पटनी परतापुर के ग्रामीणोंमें हाइवे पर बनने वाले टोल प्लाजा के चलते गांव में काफी अंदर तक लाल निशान लगाए जाने से हडकंप मचा हुआ है। सोमवार को भारी संख्या में ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम से टोल प्लाजा को गांव की सीमा से बाहर बनवाए जाने की गुहार लगायी है। जानकारी के अनुसार सोमवार को गांव लक्ष्मणपुर मजरा पटनी परतापुर के सैंकडों ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि मेरठ-करनाल हाइवे के चौडीकरण के साथ-साथ टोल प्लाजा का निर्माण कार्य भी हो रहा है। उक्त टोल प्लाजा उनके गांव में बनने वाला है जिस कारण गांव के काफी अंदर तक लाल निशान लगा दिए गए हैं यानि यहां तक टोल प्लाजा के लिए भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा जिसमें करीब 100 घर इसकी चपेट में आ रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में बसने वाले ग्रामीण कई-कई पीढियों से गांव में रहते चले आ रहे हैं, अब टोल प्लाजा की जद में आने से ग्रामीणों में भय बना हुआ है। गत वर्ष भी सडक के चौडीकरण के लिए गांव के अंदर तक निशान लगाए गए थे तो नागरिकों के जीवन के अधिकार का खतरा पैदा हो गया था जिसके कारण अधिकारियों द्वारा आकर जांच की गयी थी और ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया था कि टोल प्लाजा आपके गांव की सीमा से बाहर  बनेगा जिसके बाद ग्रामीणों ने भी चैन की सांस ली थी लेकिन अब फिर से जब टोल प्लाजा के लिए निशानदेही की गयी तो 52 मीटर गांव के दोनों तरफ अंदर लाल निशान लगा दिए गए हैं जिसके चलते ग्रामीण मेंडर बना हुआ है और क ई लोगों को हार्ट अटैक भी आ गया है। ग्रामीणों ने सडक के राइट आफ वे की सीमा से बाहर आवासित एवं निर्मित आवासीय भवनों में किस प्रकार की दखलदांजी न करने तथा टोल प्लाजा को गांव की सीमा से बाहर बनाए जाने की मांग की है। इस मौके पर मामू, नीटू, जलसिंह, कटारा, पप्पू, सोमांश, दीवान, सुखपाल, सोमकिशन, मुन्ना, रामकुमार, रामवीर, सतीश, सतबीर, हरिओम, शुभम, हरिदास, सुशील, मोंटी आदि भी मौजूद रहे।