वीरांगना अवंती बाई के बलिदान को याद कर मनाया गया परिनिर्वाण दिवस

समाजसेवियों व प्रतिभाओं को किया गया सम्मानित, सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन
चित्रकूट। वीरांगना अवंती बाई लोधी के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर कल्याण भारती इंटर कॉलेज कालूपुर कर्वी में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर होली मिलन समारोह के साथ समाजसेवियों और क्षेत्र की प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बेसिक शिक्षा परिषद के वित्त एवं लेखा अधिकारी वेद प्रकाश सिंह ने कहा कि वीरांगना अवंती बाई लोधी का बलिदान हमें राष्ट्र के प्रति कर्तव्य निभाने की प्रेरणा देता है। उन्होंने समाज में शिक्षा, सेवा और संस्कार के प्रति जागरूकता फैलाने का आह्वान करते हुए कहा कि समाज सेवा ही सच्ची देशभक्ति है।
विशिष्ट अतिथि डॉ. प्रभाकर सिंह ने कहा कि अवंती बाई लोधी ने विपरीत परिस्थितियों में भी हार नहीं मानी और मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। उनका जीवन साहस, स्वाभिमान और देशप्रेम का प्रतीक है, जिससे आज के युवाओं को सीख लेनी चाहिए।
सभासद शंकर प्रसाद यादव ने कहा कि अवंती बाई ने विपरीत परिस्थितियों में भी आत्मसम्मान के लिए संघर्ष किया और अपने अदम्य साहस से स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं की भूमिका को मजबूत किया।
सम्मानित की गईं प्रतिभाएं
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया गया।
उत्तर प्रदेश पुलिस में चयनित छविनेश राजपूत और सत्येंद्र राजपूत
बिहार में शिक्षक पद पर चयनित रामरूप राजपूत
इन प्रतिभाओं को अंग वस्त्र, च्यवनप्राश और वीरांगना अवंती बाई की प्रतिमा देकर सम्मानित किया गया।
समाज सेवा में उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ. प्रभाकर सिंह और सभासद शंकर प्रसाद यादव को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन
कार्यक्रम में विद्यालय की छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। छात्रा चेतन, रिया पांडेय और वंशिका ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत और वीरांगना अवंती बाई की झांकी प्रस्तुत कर दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
अतिथियों का हुआ स्वागत
विद्यालय की प्रधानाचार्या कल्पना राजपूत व प्रबंधक जागेश्वर प्रसाद राजपूत ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रधानाचार्या ने सफल आयोजन के लिए शिक्षकों के सहयोग को सराहा।
इस अवसर पर महारानी अवंती बाई लोधी के अनुयायी सीबी सिंह, ईश्वरी प्रसाद राजपूत, हजारी प्रसाद राजपूत, विजय पाठक, अवधेश गणेश राजपूत, दिनेश राजपूत, देवी दयाल, राकेश राजपूत, दादू नरेंद्र और श्रीकेशन सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का सफल संचालन प्रधानाचार्य कल्पना राजपूत ने किया।