वर्तमान शिक्षा नीति से छात्रों में ज्ञानार्जन के साथ उद्यमिता कौशल को बढा‌वा :डा शिवपाल सिंह

वर्तमान शिक्षा नीति से छात्रों में ज्ञानार्जन के साथ उद्यमिता कौशल को बढा‌वा :डा शिवपाल सिंह

••मां अम्बा बालिका डिग्री कालेज ग्वालीखेडा के प्राचार्य ने छात्रों की जिज्ञासा का किया समाधान

संवाददाता नीतीश कौशिक

बागपत | मेरठ स्थित दीवान इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज के बीएड विभाग द्वारा “आत्मनिर्भर भारत” विषय पर मुख्य वक्ता हिमांशु गौड़ ने विशेष कौशल और योग्यताओ के विभिन्न क्षेत्रों पर प्रकाश डाला साथ ही छात्रों से कहा कि , अपने कौशलों के द्वारा अपनी उद्यमीय क्षमता को विकसित किया जा सकता है। 

 वेबिनार के दूसरे मुख्य वक्ता डॉ देवानंदन केवी ने शिक्षक तथा अभिभावकों को बच्चों के परीक्षा के नम्बरों पर जोर देने के बजाय उनके कौशलों को विकसित करने के लिये प्रेरित करने के लिये कहा । वेबिनार के   तीसरे मुख्य वक्ता विवेक क्वात्रा ने उद्यमिता और डीवीएसजीआई के ई -सेल के विषय में विस्तारपूर्वक बताया। साथ ही ग्रुप के अध्ययनरत छात्रों के लिए उनकी उद्यमिता को बढा‌ने के लिए ई -सेल किस रूप में उनके लिए सहायक हो सकता है,इससे अवगत कराया।

बागपत स्थित मां अम्बा बालिका डिग्री कालेज ग्वालीखेडा के प्राचार्य डा राजीव गुप्ता पुट्ठी ने कहा कि विद्यार्थियों को समय-सारणी बनाकर पढ़ाई करनी चाहिए,  वेबिनार के अंत में दीवान इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज के प्राचार्य डा‌ शिवपाल सिंह ने कहा कि ,वर्तमान शिक्षा नीति छात्रों के अंदर ज्ञान के साथ उद्यमिता कौशल को बढा‌ने के लिए भी अवसर प्रदान करती है, जिससे छात्रों के अंदर आत्मनिर्भर होने की क्षमता का विकास हो सके।