हस्तिनापुर खादर क्षेत्र में भीषण बाढ़ से हजारों हैक्टेयर कृषि भूमि हुई जलमग्न चारों ओर बरपा पानी का कहर
क्षेत्र के समाजसेवियों द्वारा कराया जा रहा भोजन वितरण,एसडीएम अखिलेश यादव ने नाव में सवार होकर किया बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण।
ब्यूरो इसरार अंसारी
मवाना। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार होने वाली बरसात के बाद जहां एक और पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों में पहाड़ी नदियों व गंगा नदी ने भीषण तबाही मचाई हुई है वहीं भूस्खलन व बादल फटने तक की घटनाओं के बाद जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। इसी क्रम में उत्तरप्रदेश के बिजनौर जनपद से होकर निकलने वाली गंगा नदी के जलस्तर में आई भारी बढ़ोतरी के बाद बीते लगभग एक माह में दो बार खादर क्षेत्र में भीषण तबाही मचाई हुई है। मेरठ की मवाना तहसील क्षेत्र के गंगा खादर क्षेत्र के हालात बिगड़े हुए हैं अकेले मवाना तहसील क्षेत्र के करीब दो दर्जन से अधिक गांवों में मुख्य सड़कों पर जमा हुआ कई कई फीट गहरा पानी भरा हुआ है। जिससे खादर क्षेत्र में भयानक जलसंकट आ गया है लगभग एक दर्जन से अधिक कामों का नजदीकी कस्बों व तहसील मुख्यालय से पूरी तरह संपर्क टूट गया है। गुरुवार को हस्तिनापुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एसडीएम अखिलेश यादव ने दौरा कर नाव द्वारा स्थलीय निरीक्षण कर जाना बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हालचाल जाना,वहीं अधीनस्थ अधिकारियों को पल-पल खादर क्षेत्र में पैनी नजर रखने, नगर पंचायत हस्तिनापुर व तहसील मवाना में बनाए गए कंट्रोल रूम 24 घंटे अलर्ट रहने तथा सेक्टर मजिस्ट्रेट को खादर क्षेत्र में हुए नुकसान जलस्तर की क्षमता के बारे में जानकारियां साझा करने के दिए निर्देश स्वास्थ्य विभाग की टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में निरंतर जरूरी दवाएं निशुल्क बांटने स्वास्थ्य कैंप लगाकर ग्रामीणों को स्वास्थ्य लाभ दिलाने संबंधित दिशा निर्देश दिए हैं। वहीं समाजवादी पार्टी व भाकियू तोमर के पदाधिकारी चला रहे सार्वजनिक रसोई चलाकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भोजन व राहत सामग्री बाटी। दरअसल बिजनौर जनपद के चौधरी चरण सिंह गंगा बैराज के साथ साथ उत्तराखंड के भीमगोड़ा बैराज से भारी जलस्तर को डिस्चार्ज किया जा रहा है। गुरुवार को मवाना तहसील प्रशासन द्वारा हस्तिनापुर खादर क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों में ड्रोन कैमरे से सर्वे कराया गया। हस्तिनापुर ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम तारापुर, कुन्हैडा, हादीपुर गांवड़ी,फतेहपुर प्रेम,रूपहैडी चाव, मनोहरपुर,बधवा,बधवी,रुस्तमपुर भीकुंड,चेतावाला, बस्तौरा नारंग,मखदुमपुर,किशोरपुर,जलालपुर जोरा वहीं परीक्षितगढ़ क्षेत्र के भगवानपुर खादर, एदलपुर,नीमका,कुंडा,खरखाली,वीरनगर खादर,कालीनगर इत्यादि गांवों में गंगा नदी कटान कर सड़कों को तोड़ती हुई गांवों में खड़ी फसलों को बर्बाद कर रही है,अकेले भीकुंड चौराहे पर मुख्य सड़क पर करीब पांच.पांच फीट पानी है। जिसके बाद खेतों में खड़ी किसानों की फसलों मवेशियों के लिए चारे सहित अन्य समस्याओं का सामना किसानों व ग्रामीणों को करना पड़ रहा है। एक अनुमान के मुताबिक इन क्षेत्रों के विद्यालयों,डेरों व गंगा किनारे के क्षेत्रों की हजारों हैक्टेयर जमीनें पूरी तरह जलमग्न हो गई हैं। तहसील द्वारा कराए गए सर्वे के बाद तहसील प्रशासन द्वारा जिलास्तर पर अनुमानित रिपोर्ट तैयार कर भेज दी गई है वहीं पहली बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त हुए फतेहपुर प्रेम के तटबंध की मरम्मत कार्य में गुरुद्वारा शिव सदन के सेवादारों व तहसील प्रशासन द्वारा सामूहिक रूप से मेहनत कर बंदे लगाकर क्षतिग्रस्त तटबंध को ठीक कराया जा रहा है।