एनएच 119 हाईवे अधिग्रहण में किसानों को कम मुआवजा मिलने पर पांचवें दिन भी धरना जारी भाकियू के कार्यकर्ता बैठे धरना स्थल पर।
ब्यूरो इसरार अंसारी
मवाना । बहसूमा एनएच 119 हाईवे को फोरलेन बनने के लिए सरकार ने भूमि अधिग्रहण की गई है। लेकिन किसानों को सर्किल रेट से कम मुआवजा मिलने पर किसान आग बबूला हो गए। किसानों का कहना है कि सरकार ने अन्य किसानों की अच्छे रेट पर जमीन खरीदी है। जबकि फतेहपुर हंसापुर, बहसूमा, मोडकला, मोडखुर्द, मोहम्मदपुर शकिस्त के किसानों को 11 सो रुपए प्रति मीटर के हिसाब से मुआवजा दिया है। जबकि अन्य किसानों को 3750 रुपए का मुआवजा दिया है। भाकियू के पदाधिकारी महकार सिंह, प्रशांत चौधरी, डॉ विकास वलीदपुर, राजकुमार करनावल, मास्टर जगशोरण, अब्दुल रहमान गांधी, राकेश एकलौता, महेंद्र सिंह चहल, चैयरमेन विनोद कुमार, प्रवेश जैनर, सुनील कुमार, आस मौहम्मद, रामकुमार, जोगेंद्र, मनीष, नीटू शौकेन्द्र, योगेन्द्र, बबलू, रविन्द्र, रोहित, मोहित, नितिन, नरेंद्र कुमार, अमित कुमार, सत्य चाहल, देवेंद्र प्रधान, अभिषेक, इरफान, खालिद आदि का कहना है कि एनएच 119 फोरलेन सड़क निर्माण कार्य चल रहा है। जिसमें किसानों की भूमि अधिग्रहण की गई है। लेकिन किसानों को सर्किल रेट से कम मुआवजा दिया गया है। उनका कहना है कि 5 गांव में 11 सो रुपए प्रति मीटर के हिसाब से मुआवजा दिया गया है। जबकि अन्य किसानों को 3750 रुपए प्रति मीटर के हिसाब से मुआवजा दिया गया है। इन किसानों की भूमि में ऐसी क्या खराबी है जो अलग-अलग मुआवजा दिया जा रहा है। सरकार किसानो को दो आंखों से देखा जा रहा है। जबकि यह नियम नियम विरुद्ध है। उनका कहना है कि जब तक किसानों को एक सम्मान होकर मुआवजा नहीं दिया गया तो वह अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जाएंगे। धरने में सैकड़ों किसान मौजूद थे।