मौत की डोर यानि चाइनीज मांझे की अवैध बिक्री वाले शहर और जगह बताते हुए हिन्दू जागरण मंच ने दिया ज्ञापन

मौत की डोर यानि चाइनीज मांझे की अवैध बिक्री वाले शहर और जगह बताते हुए हिन्दू जागरण मंच ने दिया ज्ञापन

देर न हो जाए कहीं ---- 

संवाददाता आशीष चंद्रमौली

बडौत। हिन्दू जागरण मंच की जनपदीय शाखा ने चाइनीज मांझे की धडल्ले से हो रही अवैध बिक्री पर तत्काल रोक लगाए जाने की मांग के साथ ही शहर और उस जगह का नाम भी अपने ज्ञापन में अधिकारियों को बता दिया, जिससे शीघ्र कार्रवाई हो सके और इस मांझे की चपेट में आकर घायल होने से आम नागरिक बच सके। 

हिंदू जागरण मंच बागपत ने अपने ज्ञापन में बताया कि, जनपद के पुराना कस्बा बागपत व बड़ौत शहर में बड़े जैन मंदिर के पास मोहल्ला तीरगीरान में अवैध रूप से बिक रहे हैं प्रतिबंधित चाइनीज मांझे ‌। आम नागरिकों में इस मांझे को मौत की डोर की संज्ञा दी जाती है, लेकिन इसके बावजूद भी धडल्ले से हो रही बिक्री के विरोध में पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता के चलते हिंदू जागरण मंच ने एसडीएम को ज्ञापन देकर जल्द से जल्द कार्यवाही की इच्छा जाहिर की है।

दरअसल चाइनीज मांझा प्रतिबंध के बावजूद पूरे देश में बिक रहा है। हर साल इस मांझे की वजह से बहुत से लोगों को जान जाती है ,लेकिन ये मौतें हर साल उन शहरों में होती हैं ,जहां पतंग के शौकीन रहते हैं।डोर से घायल होने वालों का तो हिसाब लगाना मुश्किल है , लेकिन कई बार बिजली के तार से सटा हुआ मांझा अगर किसी इंसान के शरीर को छूता है तो इससे मौके पर ही मौत हो जाती है ।दोपहिया वाहन सवार सर्वाधिक इसके शिकार हो रहें हैं। वैसे तो पतंग उडाने के बहुत से महीने है ,लेकिन जुलाई-अगस्त व सितंबर के महीने जिनमें तीज, रक्षा बंधन, स्वतंत्रता दिवस और कृष्ण जन्माष्टमी आते हैं , इनमें पतंग के शौकीन छतों पर चढ जाते हैं और अपनी पतंगबाजी के हुनर को चाइनीज मांझे की धार से निखारते हैं। 

हिंजामं के जिला सह संयोजक जयकुमार कंडेरा ने बताया कि, सभी प्रमुख त्यौहारों व छुट्टी के दिन युवाओं की टोलीआपस में पतंगबाजी की प्रतियोगिताएं भी होती हैं । जिसने जितनी ज्यादा पतंग काटी, वह उतना बड़ा विजेता । पतंग काटने की प्रैक्टिस करने के इरादे से लोग जुलाई में ही पतंग उड़ाने लगते हैं. पतंग काटने में कला के साथ ही इस मांझे की बड़ी भूमिका है।

मंच के प्रान्त कार्यकारिणी सदस्य नितिन जैन ने कहा कि, प्रतिबंधित चाइनीज मांझा नाइलान, शीशा समेत कई अन्य केमिकल से बना होता है, नतीजतन इसकी जद में आने वाले का घायल होना तय है। लोगों का कहना है कि,जब भी कोई पतंग कटती है या गिरती है ,तो दोपहिया सवार इसकी चपेट में आते हैं। चलती बाइक पर अगर यह मांझा गर्दन पर आ गया ,तो घायल होने के साथ कई बार मौत भी हो जाती है. साथ साथ अनगिनत पशु पक्षियों की भी मृत्यु हो जाती है। 

हिंदू जागरण मंच ने एसडीएम को दिए ज्ञापन देकर मांग की है कि,अतिशीघ्र व अविलम्ब प्रशासन द्वारा एक कड़ा अभियान चलाते हुए प्रतिबंधित चाइनीस मांगे की बिक्री पर रोक लगाएं। ज्ञापन देने वालों में  प्रमोद वत्स, अमन शर्मा, अमित एड,वासु जैन, पवित्र जैन, प्रतीक जैन, शिवांशु भारद्वाज आदि कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।