काकोरी कांड के हीरो अमर बलिदानी पं रामप्रसाद बिस्मिल की जयंती पर गोष्ठी, पुष्पांजलि व राष्ट्र की एकता की शपथ

ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक
बागपत।काकोरी कांड के हीरो अमर बलिदानी पं रामप्रसाद बिस्मिल की जयन्ती पर नगर की वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति के तत्वाधान में हुए कार्यक्रम आयोजित।नगर के प्रबुद्ध गणमान्य जनों ने नगर के राष्ट्र वन्दना चौक पर स्थित अमर शहीद पं रामप्रसाद बिस्मिल व अशफाक उल्ला खां की प्रतिमाओं पर पुष्पाजंलि अर्पित की गई।
इस मौके पर पं रामप्रसाद बिस्मिल का भावपूर्ण स्मरण करते हुए उनके महान् संघर्ष को बताते हुए उनके जीवनवृत्त से प्रेरणा लेने का आह्वान किया गया तथा शहीदों की प्रतिमाओं के सम्मुख खडे होकर राष्ट्र की एकता व अखंडता के लिए शपथ ली गयी। इससे पूर्व नगर के मेरठ रोड स्थित वात्सायन पैलेस में आयोजित एक गोष्ठी का आयोजन वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति के संयोजन में किया गया, जिसमें समिति अध्यक्ष कुंवर महासिंह चौहान ने कहा कि, देश की आजादी के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले अमर शहीदों की शहादत को नहीं भुलाया जा सकता।
राष्ट्र वन्दना मिशन के जिला संयोजक एड देवेन्द्र आर्य ने कहा कि, देश की आजादी के अधिकांश नायक आर्य समाज और ऋषि दयानन्द सरस्वती जी महाराज की भट्टी से निकले थे। समिति के कोषाध्यक्ष मा राकेश मोहन गर्ग ने पं रामप्रसाद बिस्मिल के जीवन वृत्त पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, 11जून 1897 को शाहजहांपुर में जन्में इस बलिदानी को 19 दिसम्बर 1927 को काकोरी कान्ड में गोरखपुर जेल में फांसी दे दी गई थी।
गोष्ठी में संरक्षक पं राजपाल शर्मा व पूर्व अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा,समाजसेवी विजयपाल यादव, एड गजेन्द्र सिंह बली, मंडी समिति के पूर्व सचिव जयप्रकाश धामा आदि ने भी विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति के अध्यक्ष कुंवर महासिंह चौहान, संरक्षक राजपाल शर्मा,ब्रह्मपाल रोहिला, श्रीपाल ढाका, धर्मवीर सिंह चिकारा, जयवीर सिंह मिस्त्री,आदि उपस्थित रहे।अध्यक्षता समिति अध्यक्ष कुंवर महासिंह चौहान तथा संचालन कोषाध्यक्ष मा राकेश मोहन गर्ग ने किया।