राष्ट्र कल्याण की कामना के साथ महायज्ञ सम्पन्न
सत्संग से आत्मा पवित्रता के खुलते हैं द्वार :अरविंद शास्त्री
संवाददाता मनोज कलीना
बिनौली |रंछाड़ गांव के शिव मंदिर में मंगलवार को यजुर्वेद पारायण महायज्ञ राष्ट्र कल्याण की कामना के साथ सम्पन्न हो गया, जिसमें विद्वानों ने यज्ञ को श्रेष्ठ व सर्वहितकारी बताया।
आयोजन के ब्रह्मा एवं ऐतिहासिक लाक्षागृह गुरुकुल के प्रधानाचार्य अरविंद शास्त्री ने कहा कि, संगतिकरण, दान और देवपूजा को आत्मसात् करने पर जीवन सुखमय बनता है। साथ ही पवित्र आत्मा से की जाने वाली परमात्मा की स्तुति हमेशा कल्याणकारी होती है। वहीं सत्संग रूपी भोजन से आत्मा पवित्र बनती है।
उन्होंने कहा कि,अच्छा चिंतन -मनन करने से हम मनुष्य बन सकते हैं। समता का व्यवहार मानव जीवन को सफल बना सकता है। मन के साथ प्राण और प्राण के साथ विचार अच्छे होने चाहिए। उन्होंने कहा कि, यज्ञ ही श्रेष्ठ कर्म, सर्वहितकारी व सामाजिक कार्य है।
स्वामी सत्यवेश ने काव्यपाठ से सामाजिक बुराइयों और पाखंड से दूर रहने का आह्वान किया। विदुषी अंजलि आर्या, रोहित शास्त्री ने भी वेदोपदेश दिया। जयवीर सिंह, करण सिंह, समरपाल प्रधान, जितेंद्र राणा, विपिन राणा, एसआई ओमवीर सिंह, राममेहर, बीरपाल, संजीव बोगदी, सुधीर आर्य, वीरेंद्र, कृष्णपाल, इंद्रपाल आदि मौजूद रहे।