सीएमओ के निरीक्षण में सीएचसी अधीक्षक सहित कई डॉक्टर व कर्मचारी मिले अनुपस्थित, जारी हुआ कारण बताओ नोटिस
लखीमपुर खीरी। गुरुवार की सुबह 10 बजे सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खमरिया का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान उपस्थित पंजिका के अवलोकन में सीएचसी अधीक्षक और डॉक्टरों सहित कई कर्मचारी अनुपस्थित मिले। इन सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। वहीं इसके बाद उनके द्वारा प्रसव कक्ष के निरीक्षण के साथ सीएससी के अन्य कमरों का भी निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के क्रम में जानकारी देते हुए सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा गुरुवार सुबह 10 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खमरिया का औचक निरीक्षण किया गया है और इसके बाद 10:20 बजे उपस्थित पंजिका का अवलोकन करने पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. पंकज भार्गव सहित फार्मासिस्ट अनिल कुमार, बीएचडब्ल्यू मीना सिंह, प्रयोगशाला प्राविधिज्ञ सिम्मी गौतम, प्रयोगशाला सहायक आरके शुक्ला, एनसीडी काउंसलर विकास कुमार, एक्स-रे टेक्नीशियन शिवम वर्मा, एसटीएस सर्वेश कुमार प्रजापति व एसएमएलटी मतलूह अंसारी, एलएमओ डॉ. हसमत आरा, जो कि 2 जनवरी से 5 जनवरी तक अनुपस्थित थे के साथ एमओ डॉ सात्यक वर्मा, एमओ आरबीएसके डॉ. एसके गुप्ता 2 जनवरी से 5 जनवरी तक अनुपस्थित पाए गए। वहीं डॉ प्रीति, कमल किशोर राव, राहुल कुमार, सुभाष पाल, शिवेंद्र प्रताप सिंह, कुमारी बेबी, रमेश चंद्र, अजय कुमार, मनीष गुप्ता, मोहम्मद जुनेद, जगदीश सिंह, कमलेश सिंह, राम श्री देवी व रवि अनुपस्थित पाए गए। इन सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसके उपरांत उनके द्वारा प्रसव कक्ष का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय स्टाफ नर्स रीता व प्रभात ड्यूटी रूम में उपस्थित पाई गईं। ऑटोक्लेब एक कमरे में रखा पाया गया। इसकी क्रियाशीलता के संबंध में पूंछने पर स्टाफ नर्स द्वारा बताया गया कि प्रशिक्षण के अभाव में इसे क्रियाशील नहीं किया जा सका है। वहीं बायोमेट्रिक मशीन सीएससी पर लगी पाई गई, परंतु बायोमेट्रिक मशीन से अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज नहीं की जा रही थी। भ्रमण पंजिका का अवलोकन करने पर ज्ञात हुआ कि दिनांक 30 दिसंबर 2022 के उपरांत किसी भी कर्मचारी द्वारा भ्रमण पंचिका पर कोई अंकन नहीं किया गया है। इससे स्पष्ट होता है कि किसी भी अधिकारी व कर्मचारी द्वारा क्षेत्र भ्रमण नहीं किया जा रहा है, ना ही सहयोगात्मक सर्वेक्षण किया जा रहा है। एचआरपी पंजिका का अवलोकन करने पर पाया गया कि 16 नवंबर 2022 के उपरांत कोई भी एचआरपी महिला का कारण नहीं किया गया है। चिकित्सालय में कुछ कमरों में अंधेरा व्याप्त था, प्रकाश समुचित व्यवस्था नहीं थी। इसे लेकर उन्होंने तत्काल व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।