चित्रकूट-गौशालाओं की व्यवस्था में नहीं होनी चाहिए कोई लापरवाही। डीएम
लापरवाही बरतने वाले के खिलाफ होंगी कड़ी कार्रवाई।
चित्रकूट -जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द की अध्यक्षता में निराश्रित गोवंश के संरक्षण तथा भरण-पोषण के आदि के संबंध में बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारीयों मानिकपुर, मऊ, कर्वी को निर्देशित किया कि जो बृहद गौशाला बनना है उसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दे उन्होंने यह भी कहा कि है ध्यान रखें कि बेहद गौशाला के लिए रास्ता को भी ध्यान रखें उन्होंने कहा कि तीनों अधिशासी अधिकारी प्रस्ताव बनाकर शासन को जल्द से जल्द भेज दे। अधिशासी अधिकारीयों से कहा कि जितनी गौशाला संचालित हैं उसमें अन्ना गोवंशो को संरक्षित कराएं तथा चारा, भूषा, पेयजल आपूर्ति, विद्युत, ठंड से बचाव,अलाव आदि सभी व्यवस्थाएं होनी चाहिए । उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से कहा कि जो पत्रावली भरण पोषण की भुगतान के लिए लंबित है उनका तत्काल भुगतान कराएं । उन्होंने कहा कि देख ले जैसे ही माह खत्म हो तो पत्रावली बनाकर भुगतान कराए उन्होंने कहा कि प्रत्येक गौशाला में एक रजिस्टर रहे और प्रतिदिन का उसमें लेखा जोखा अंकित किया जाए, उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से कहा कि भरण पोषण में धनराशि कम हो तो शासन से मांग किया जाए, जिलाधिकारी ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी का सख्त निर्देश है कि ठंड का मौसम चल रहा है गौशालाओं में ठंड से बचने के लिए त्रिरपाल, पॉलिथीन, सेड आदि व्यवस्था सुनिश्चित कराएं इसके लिए सचिव व प्रधानों को निर्देश जारी करें और ठंड में पौष्टिक चारा भी उपलब्ध कराएं । कहा कि सभी खंड विकास अधिकारी व पशु चिकित्साधिकारी व नगर निकाय के अधिकारी यह सुनिश्चित करा ले नहीं तो आप लोग कार्यवाही के लिए तैयार रहें । सभी गौशाला में रजिस्टर रखें और पशुओं की संख्या अंकित होनी चाहिए। सभी खंड विकास अधिकारी पशु चिकित्सक अधिकारी यह सुनिश्चित करें ।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, अपर जिला अधिकारी न्यायिक वंदिता श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी आरके त्रिपाठी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सुभाष चंद्र व पशु चिकित्सा अधिकारी समेत सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।