बाल विकास परियोजना सकीट का बाबू खुली मीटिंग में मांग रहा महीनादारी डीपीओ सहित जिले के बड़े अधिकारियों के पद नाम का जिक्र कर दबाव बनाने का वीडियो वायरल
एटा के डीपीओ के अधीन संचालन में चल रही सकीट परियोजना।
एटा। जिले बाल विकास विभाग में अंदर खाते से किस तरह आगनबाबाड़ी से महीनेदारी बसूलने लिए दबाव बनाया जाता है और जिम्मेदार अफसरों की शह पर वसूली की जाती है इसका खुलासा वायरल वीडियो में हुआ है। वीडियो सकीट परियोजना का है जिसमे कार्यरत विकास नाम का विभागीय बाबू आंगनबाड़ी की बैठक बुला कर अपने बड़े अफसरों का मेसेज कनवे कर रहा है बेखौफ और बेफिक्र होकर कह रहा है डीपीओ को खुश रखने के लिए हिसाब किताब करना होगा वायरल वीडियो में जल्द आडिट का तीन सौ रुपए हिसाब से जमा करने की बात कही जा रही है। आश्चर्य तो उस समय हुआ जब इस हिसाब किताब में जिले के बड़े अधिकारियों का पद नाम लेकर उनके शामिल होने की बात कही। उक्त वीडियो की सत्यता परीक्षण के लिए जब पता किया गया तो बताया गया उक्त बाबू इस परियोजना पर कार्यरत है यह वीडियो शुक्रवार का है जब यह मीटिंग हुई थी। सवाल उठता है उक्त परियोजना जब जिला स्तरीय अधिकारी डीपीओ के अधीन है तो यह बाबू किसके इशारे पर यह वसूली का एजेंडा चला रहा है ? जिन प्रशासनिक अफसरों का हौव्वा खड़ा करके वसूली का दबाव बनाया गया है क्या ऐसे बड़े अफसर शामिल है ? या यह सब करके विभागीय अधिकारी अपनी जेबें भरने की कार्यवाही कर रहे हैं। आदि सवालों के जबाव वीडियो पर जांच के बाद सामने आने चाहिए जिलाधिकारी महोदय को इस मामले में त्वरित सज्ञान लेकर प्रभावी एक्शन लेना चाहिए।